बलिया, सात दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करने के आरोप में रसड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एक स्टाफ नर्स के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
रसड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. मनीष जायसवाल की शिकायत पर नर्स कुमुदलता राय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
इस संबंध में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक मऊ जिले के अमरहट गांव की रहने वाली कुमुदलता राय ने अलग-अलग वर्षों में भिन्न-भिन्न जन्मतिथि प्रदर्शित कर परीक्षा उत्तीर्ण की और तथ्यों को छिपाकर नौकरी प्राप्त की है। वह करीब 10 साल से नौकरी कर रही थी।
रसड़ा थाना प्रभारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि नर्स के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संजीव वर्मन ने रविवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि रसड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में करीब दस साल से स्टाफ नर्स के रूप में कार्यरत राय को शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि विभागीय जांच में पुष्टि हुई है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की थी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए राय को निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
भाषा
सं, सलीम शोभना रवि कांत