उप्र में आयुष के जरिए स्वास्थ्य पर्यटन क्षेत्र में असीम संभावनाएं : योगी आदित्यनाथ

उप्र में आयुष के जरिए स्वास्थ्य पर्यटन क्षेत्र में असीम संभावनाएं : योगी आदित्यनाथ

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  • Publish Date - March 6, 2024 / 10:45 PM IST,
    Updated On - March 6, 2024 / 10:45 PM IST

लखनऊ, छह मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि प्रदेश में आयुष पद्धति के जरिए स्वास्थ्य पर्यटन क्षेत्र में सबसे अधिक संभावनाएं हैं और आयुष से जुड़ी सभी पद्धतियों को अगर पेशेवर तरीके से लागू किया जाए तो पूरी दुनिया भारत की इस पारंपरिक चिकित्सा पद्धति का अनुसरण करेगी।

राज्य सरकार की एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने लखनऊ के लोक भवन सभागार में आयोजित आयुष विभाग के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘प्रदेश में आयुष पद्धति के जरिए स्वास्थ्य पर्यटन क्षेत्र में सबसे अधिक संभावनाएं हैं। आयुष से जुड़ी सभी पद्धतियों को अगर पेशेवर तरीके से लागू किया जाए तो पूरी दुनिया भारत की इस पारंपरिक चिकित्सा पद्धति का अनुसरण करेगी।’

उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ संपूर्ण आरोग्य के लक्ष्य को हासिल करने बल्कि बड़े स्तर पर नौकरी और रोजगार के अवसरों के सृजन में भी मदद मिलेगी, इतना ही नहीं आयुष चिकित्सा पद्धति के जरिए अन्नदाताओं की आमदनी को भी कई गुना तक बढ़ाया जा सकेगा।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 238 करोड़ रुपये से बस्ती, बलिया, जालौन और रायबरेली में 50 शैय्या वाले एकीकृत आयुष चिकित्सालय, 226 आयुष्मान आरोग्य मंदिर, प्रयागराज और झांसी में छात्राओं के लिए छात्रावासों का निर्माण, पांच ई-लाइब्रेरी, प्रदेश के अलग-अलग 19 होम्योपैथिक एवं 14 आयुर्वेदिक विभागों में हुए निर्माण कार्य सहित 271 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष विभाग की ओर से नई पहल की जा रही है। विभाग जल्द एक निदेशालय का गठन करने जा रहा है। इसके तहत आयुष की सभी विधाओं के लिए अबतक अलग अलग निदेशक होते थे, अब इन सब के बीच परस्पर समन्वय बनाने के लिए महानिदेशक भी होंगे।

भाषा सलीम जोहेब

जोहेब