बलिया, 18 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक बुजुर्ग को सत्यापन में मृत दिखाकर पेंशन से वंचित करने के आरोप में एक ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि एक अन्य मामले में बेलहरी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के सहायक लेखाकार के खिलाफ सरकारी परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों के पैन कार्ड में भिन्नता से संबंधित पत्रावली गायब करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस के अनुसार, सीयर क्षेत्र पंचायत के सहायक विकास अधिकारी मनोज कुमार सिंह की शिकायत पर गोविंदपुर दुबौली गांव की तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी सचिव सविता के खिलाफ भीमपुरा थाने में बुधवार को मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस ने बताया कि गोविंदपुर दुबौली गांव के निवासी उमाशंकर ने जिलाधिकारी को एक प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें मृत दिखाकर उसकी वृद्धावस्था पेंशन खत्म कर दी गई।
जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सत्यापनकर्ता तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी सविता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था।
रसड़ा क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक आलोक गुप्ता ने बताया कि पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है।
वहीं बलिया शहर कोतवाली में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह की तहरीर पर सहायक लेखाकार मनीष कुमार ओझा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(4) (आपराधिक विश्वासघात) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने दर्ज प्राथमिकी का हवाला देते हुए बताया कि सहायक लेखाकार मनीष कुमार ओझा के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उन्होंने बलिया जिले के सरकारी परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों और कर्मचारियों के पैन कार्ड में भिन्नता से संबंधित पत्रावली गायब कर दी।
अधिकारियों के अनुसार, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
भाषा सं. सलीम जितेंद्र
जितेंद्र