लखनऊ, 29 दिसंबर (भाषा) धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों के नवीनीकरण और पर्यटन सुविधाओं के विकास की बदौलत उत्तर प्रदेश ने इस साल घरेलू पर्यटन के मामले में देश में प्रथम तथा विदेशी पर्यटन में चौथा स्थान प्राप्त किया है।
राज्य सरकार के एक बयान में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों के हवाले से कहा है कि वर्ष 2025 में प्रदेश में 137 करोड़ से अधिक घरेलू पर्यटकों का आगमन हुआ जबकि तीन लाख 66 हजार विदेशी पर्यटकों ने प्रदेश की यात्रा की।
बयान के अनुसार, इन आंकड़ों की सबसे बड़ी वजह प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ-2025 रहा, जहां रिकॉर्ड 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे।
बयान में बताया गया है कि पर्यटन विभाग ने इस वर्ष प्रदेश में पर्यटन के विकास के लिए 1283.33 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू कीं जिनमें वाराणसी के घाटों का सौंदर्यीकरण, एकीकृत सर्किट हाउस और कन्वेंशन सेंटर का निर्माण, चित्रकूट में कालिंजर एकीकृत मार्ग तथा राम वन गमन मार्ग पर पर्यटक सुविधा केंद्रों का विकास प्रमुख हैं।
बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में बनी उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति-2022 ने प्रदेश में पर्यटन के बहुआयामी विकास को सुनिश्चित किया।
इसके अलावा पर्यटन विभाग ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन के प्रचार-प्रसार के लिए ‘ज्यूरिख ट्रेवल मार्ट’, ‘ग्लोबल ट्रेवल मार्केट-2025’, ‘पेरिस फैशनवीक’, जीटीएसी तोक्यो-सिडनी, आईटीबी एशिया, फिटूर-2025 जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिस्सा लिया। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर आईटीबी इंडिया व जीटीए पटना-लखनऊ-मुंबई-चेन्नई-दिल्ली आदि में भागीदारी से प्रचार बढ़ा।
बयान के मुताबिक, युवा सशक्तीकरण पर जोर देते हुए पर्यटन विभाग ने ‘सीएम टूरिज्म फेलाशिप प्रोग्राम’ का संचालन किया, जिसके तहत युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इसमें कहा गया है कि साथ ही प्रदेश के सभी 75 जिलों में युवा पर्यटन दलों का गठन हुआ और ये दल पर्यटकों को सुविधाएं प्रदान करने व सांस्कृतिक संरक्षण के लिए जागरूकता फैला रहे हैं।
भाषा सलीम नोमान
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