लखनऊ, 15 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा को मजबूत करने और चालक प्रशिक्षण को आधुनिक बनाने के लिए 15 जिलों में क्षेत्रीय ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र (आरडीटीसी) स्थापित किए जाएंगे। राज्य सरकार ने यह जानकारी दी।
आरडीटीसी की स्थापना उन्हीं जनपदों में होगी, जहां ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (आईडीटीआर) प्रस्तावित नहीं है।
प्रदेश में सड़क सुरक्षा को संस्थागत रूप देने और व्यावसायिक चालकों को आधुनिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए आरडीटीसी की स्थापना की जाएगी। इसके लिए परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने 15 जनपदों के जिलाधिकारियों को भूमि उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा है।
आरडीटीसी के लिए प्रस्तावित जिलों में वाराणसी, अयोध्या, मुरादाबाद, गोंडा, मेरठ, अलीगढ़, मथुरा, आजमगढ़, बांदा, मीरजापुर, इटावा, सहारनपुर, सीतापुर, जौनपुर और बिजनौर शामिल हैं। यह प्रस्ताव भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित योजना के अंतर्गत आता है।
राज्य सरकार के बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 30,37,166 व्यावसायिक वाहन हैं, जबकि व्यावसायिक वाहन चालकों की संख्या 27,48,523 है। इन व्यावसायिक वाहन चालकों की कमी को पूरा करने, उन्हें प्रशिक्षित करने, सड़क सुरक्षा में सुधार करने और रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से आरडीटीसी की स्थापना की जाएगी।
भाषा राजेंद्र सिम्मी
सिम्मी