Priyanka Gandhi की Leadership को जनता ने नकारा, अब तो पंजाब भी फिसल गया कांग्रेस के पंजे से

प्रियंका गांधी की लीडरशीप को जनता ने नकारा, अब तो पंजाब भी फिसल गया कांग्रेस के पंजे से! Public Refuses Leadership of Priyanka Gandhi

  •  
  • Publish Date - March 10, 2022 / 11:48 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:47 PM IST

रायपुर: Leadership of Priyanka Gandhi यूपी समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए और जो तस्वीर सामने आई है उसमें यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी का सरकार बनना तय है। यूपी की बागडोर लगातार दूसरी बार योगी आदित्यनाथ के हाथ में होगी, तो दूसरी ओर पंजाब में आप आदमी पार्टी ने प्रचंड जीत के साथ इतिहास रचने में कामयाब रही। देश में आप पहली क्षेत्रीय पार्टी बनेगी, जिसने दो राज्यों में सरकार होगी। वहीं कांग्रेस की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही। कांग्रेस के पंजे से पंजाब भी फिसल गया। दशकों से संभाल कर रखा तुरुप का पत्ता भी कांग्रेस के नाम नहीं आया। यूपी की जनता ने प्रियंका की लीडरशीप को नकार दिया।

Read More: सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम दर्ज हुए 7 नए रिकॉर्ड, भाजपा में भी बढ़ा कद, अब मोदी-शाह के बाद योगी तीसरे नंबर पर

Leadership of Priyanka Gandhi बीते 8 जनवरी को यूपी, पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ जो कयासों और अटकलों का दौर शुरू हुआ था, उसे 10 मार्च के नतीजों ने साफ कर दिया। यूपी, उत्तरांखड, मणिपुर और गोवा में बीजेपी अपना गढ़ बचाने में सफल रही, लेकिन कांग्रेस के हाथ से पंजाब भी छूट गया। सबसे बड़े चुनावी राज्य उत्तरप्रदेश की बात करें तो, यहां की 403 विधानसभा सीटों पर बीजेपी गठबंधन और सपा गठबंधन में सीधी टक्कर थी। लेकिन जनता के जनादेश ने साफ कर दिया कि उनके लिए अभी भी योगी ही उपयोगी है। बीजेपी गठबंधन एक बार फिर यूपी में सरकार बनाने जा रही है। हालांकि पिछली बार के 312 सीटों की तुलना में उसे 50 से ज्यादा सीटों का नुकसान हुआ। बीजेपी के सीटें जरूर कम हुई लेकिन उसका वोट शेयर 3 फीसदी बढ़ा है।

Read More: UP का फैक्टर MP में करेगा काम! उत्तर प्रदेश चुनाव से जुड़े BJP नेताओं को मिलेगी तवज्जो?

वहीं अखिलेश यादव की अगुवाई में सपा गठबंधन 100 से ज्यादा सीटें जीतने में सफल रही। कांग्रेस और बीएसपी पिछली बार की तरह कुछ खास करने में असफल रहे। बीजेपी को जो बहुमत मिला है उसमें हिंदुत्व का एजेंडा कारगर रहा या योगी सरकार के बहुप्रचारित गुड गर्वनेंस का हाथ। ये कहना अभी मुश्किल है लेकिन कहा जा सकता है कि ये नतीजे 2024 के लोकसभा चुनाव पर असर डालेंगे। साथ ही ये भी कहना गलत नहीं होगा कि योगी और मोदी की जोड़ी का जादू बरकरार है। जबकि साइकिल को अब 2027 की रेस की तैयारी करनी होगी।

Read More: दो मुख्यमंत्री और 3 पूर्व सीएम को मिली हार, दिग्गजों की जीत हार का देश की सियासत पर होगा असर ?

बात करें पंजाब की तो, तमाम एग्जिट पोल के दावे को सही ठहराते हुए आम आदमी पार्टी ने बड़ा उलटफेर किया। पंजाब की 117 सीटों में 90 से ज्यादा सीट लाकर एकतरफा जीत हासिल की। चुनाव से पहले बिखरी कांग्रेस 15 सीट जीतकर दूसरे नंबर पर रही। शिरोमणी अकाली दल और बीजेपी दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाई। जाहिर है पंजाब उन गिने-चुने राज्यों में से एक है जहां कांग्रेस सत्ता में थी। लेकिन पार्टी की अंदरूनी उठापटक की वजह से आप यहां सेंध लगाने में सफल रही। दिल्ली के बाद पंजाब दूसरा राज्य होगा जहां आम आदमी पार्टी की अपनी सरकार बनाएगी।

Read More: सोशल मीडिया पर MEME’s की बाढ़, क्या बुलडोजर…क्या सायकिल, राहुल गांधी-मुनव्वर राणा भी हुए जमकर ट्रोल

देवभूमि उत्तराखंड की बात करें तो सुबह जब काउंटिंग शुरू हुई तो बीजेपी और कांग्रेस के बीच जबरदस्त टक्कर दिखी। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीता बीजेपी के हक में नतीजे आए। 45 से ज्यादा सीट जीतकर बीजेपी ने उत्तराखंड के सियासी मिथक को भी बदल दिया, जो पिछले 4 चुनावों से हर बार सत्ता बदलने को लेकर था। एक और राज्य मणिपुर में अभी बीजेपी अपने सहयोगियों के साथ सरकार चला रही थी। इस बार उसने अकेले दम पर चुनाव लड़ा और सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पूर्वोत्तर में असम के बाद मणिपुर दूसरा राज्य है, जहां बीजेपी मजबूती से अपनी जड़ें जमाने में सफल हुई।

Read More: सीएम चन्नी ही नहीं पंजाब सरकार के आधे से अधिक मंत्रियों की हुई करारी हार, कांग्रेस से क्यों इतनी नाराज थी जनता

वहीं सबसे छोटे चुनावी राज्य गोवा में अब तक बीजेपी सरकार चला रही थी। 40 सीटों वाले गोवा में इस बार टीएमसी और आम आदमी पार्टी ने भी चुनाव लड़ा, जिसने मुकाबला को दिलचस्प बना दिया। यहां बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी जरूर रही, लेकिन स्पष्ट बहुमत से फिलहाल दूर है। कुल मिलाकर पंजाब को छोड़कर बाकी विधानसभा चुनावों की जीत ने बीजेपी की बांछें खिला दी हैं। वहीं कुछ राज्यों में सिमट चुकी कांग्रेस के हाथ से पंजाब भी निकल गया। जबकि आप की सफलता देश की सियासत को नया संदेश जरूर दे रही है।

Read More: मुठभेड़ में सुरक्षा जवानों ने ढेर किए लश्कर-ए-तैय्यबा के दो आतंकवादी, दो जवान भी हुए घायल