दीर अल बलाह, 22 अप्रैल (एपी) गाजा पट्टी पर इजराइली हमलों में कम से कम 14 फलस्तीनियों की मौत हो गयी, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे।
हमलों में मलबे को हटाने के लिए मध्यस्थों द्वारा भेजे गए बुलडोजर और अन्य भारी उपकरण भी नष्ट हो गए।
मंगलवार को अलग-अलग हमलों में लेबनान में दो लोगों की मौत हो गई। हमास के खिलाफ इजराइल के 18 महीनों से जारी हमलों ने गाजा के बड़े इलाकों को नष्ट कर दिया, जिससे यह आशंका बढ़ गई है कि इसका अधिकांश हिस्से शायद कभी फिर से न बनाये जा सकें।
इस क्षेत्र में पहले से ही भारी उपकरणों की कमी थी और जो मशीने थी वे मलबे से लोगों को बाहर निकालने और महत्वपूर्ण सड़कों को साफ करने के लिए तैनात थीं।
उत्तरी गाजा के जबालिया क्षेत्र में एक नगरपालिका के मुताबिक, नगरपालिका के पार्किंग क्षेत्र पर हमले में मिस्र और कतर द्वारा प्रदान किए गए नौ बुलडोजर नष्ट हो गए।
मिस्र और कतर ने जनवरी में हुए युद्धविराम में मध्यस्थता करने में मदद की थी।
इजराइल ने पिछले महीने युद्धविराम समाप्त कर दिया था और बमबारी व जमीनी अभियान और नाकाबंदी फिर से शुरू कर दी थी।
सीमा पर नाकाबंदी से क्षेत्र के 20 लाख फलस्तीनियों को भोजन, ईंधन और चिकित्सा आपूर्ति सहित सभी जरूरी चीजों की किल्लत का सामना करना पड़ा। जबलिया अल-नजला नगरपालिका ने बताया कि हमलों ने सहायता समूहों द्वारा प्रदान किए गए एक पानी के टैंकर और एक मोबाइल जनरेटर को भी नष्ट कर दिया तथा हमले में सीवेज पंप के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक ट्रक भी नष्ट हो गया। हमलों पर इजराइली सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई।
सेना का कहना है कि वह केवल आतंकवादियों को निशाना बनाती है और नागरिकों की मौत के लिए हमास दोषी है।
सेना का आरोप है कि हमास घनी आबादी वाले क्षेत्रों में काम करता है।
इजराइली हमलों में 14 लोगों की मौत हो गयी, जिनमें से ज्यादातर बच्चे थे।
इजराइल द्वारा मंगलवार सुबह किये गये हवाई हमले में खान यूनिस में एक बहुमंजिला घर नष्ट हो गया, जिसमें चार महिलाओं और चार बच्चों सहित नौ लोगों की मौत हो गई।
नासिर अस्पताल ने यह जानकारी दी।
मृतकों में दो वर्षीय एक बच्ची और उसके माता-पिता शामिल हैं।
मृत बच्ची के दादा अवाद दहलीज ने बताया, “वे सो रहे थे, अल्लाह की शांति में सो रहे थे। उनका किसी भी चीज से कोई लेना-देना नहीं था। इस मासूम बच्ची का क्या दोष है?”
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय की आपात सेवा के अनुसार, एक अलग हमले में जबालिया शरणार्थी शिविर में तीन बच्चों और उनके माता-पिता की मौत हो गई।
एपी जितेंद्र माधव
माधव