नैरोबी (केन्या), एक जुलाई (एपी) अफ्रीका महाद्वीप के लिए कोविड-19 टीके हासिल करने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे अफ्रीकी संघ के विशेष दूत ने बृहस्पतिवार को यूरोप पर जमकर बरसते हुए कहा कि एक यूरोपीय फैक्टरी ने ‘‘एक भी खुराक, एक भी शीशी अफ्रीका के लिए नहीं छोड़ी।’’
उनका यह बयान अफ्रीका में कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर के जोर पकड़ने पर महाद्वीप द्वारा संकट का सामना किये जाने पर आया है।
स्ट्राइव मसीयीवा ने निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों को टीका वितरित करने की वैश्विक कोशिश को भी निशाना बनाते हुए कहा कि ‘कोवैक्स’ ने महत्वूपर्ण सूचना दबा कर रखी, जिसमें यह भी शामिल है कि मुख्य दानदाताओं ने कोष उपलब्ध कराने के वादे को पूरा नहीं किया है।
कोवैक्स विश्व को न्यायसंगत तरीके से टीके उपलब्ध कराने की एक वैश्विक पहल है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यदि हमने पिछले साल दिसंबर में जान लिया होता कि यह मदद नहीं आ रही है और आप अपने लिए खुद इंतजाम करिए, तो स्थिति बहुत अलग होती। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘कई देश महज यह कह रहे हैं कि टीके आ रहे हैं…हम अफ्रीकी हताश है। ’’ इस आलोचना ने अफ्रीकी नेताओं द्वारा विश्व में टीकाकरण की असमानता का खुलासा किया है।
अफ्रीका के विशेष दूत ने कहा कि टीका लगवा चुके होने का दावा करते हुए और बगैर मास्क पहने यूरोपीय देशों के लोग फुटबॉल मैच देख रहे हैं, जबकि अफ्रीका की एक प्रतिशत से भी कम आबादी को टीके की पूरी खुराक नहीं मिल पाई है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अफ्रीका ने 40 करोड़ खुराक खरीदी हैं तथा और भी खरीद सकता है लेकिन उन्होंने दानदाताओं को चुनौती देते हुए कहा, ‘‘अपनी रकम अदा करें…हम वादों के भरोसे नहीं रह सकते, हम अपने हवाईअड्डों पर टीकों की खेप पहुंचते देखना चाहते हैं। ’’
रोग नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए अफ्रीकी केंद्र के प्रमुख जॉन नेंगासोंग ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ अफ्रीका महाद्वीप के 1.3 अरब लोग अब तीसरी लहर का सामना कर रहे हैं, जो अत्यधिक आक्रामक है। ’’ उन्होंने कहा कि अफ्रीकी आबादी के मात्र एक प्रतिशत हिस्से का कोविड-19 का पूर्ण टीकाकरण हुआ है।
मासीयीवा ने कहा कि कोवैक्स ने दिसंबर तक अफ्रीका को 70 करोड़ खुराक की आपूर्ति करने का वादा किया था, लेकिन साल के मध्य तक अफ्रीका को महज 6.5 करोड़ खुराक ही मिली हैं। कोवैक्स के मार्फत पांच करोड़ से भी कम खुराक आई हैं।
हालांकि, दोनों ने घोषणा की कि अमेरिकी सहायता से जॉनसन ऐंड जॉनसन और फाइजर टीकों की पहली खेप अगले हफ्ते आ रही है। अफ्रीका सीडीसी निदेशक ने कहा कि अफ्रीका महाद्वीप में 55 लाख लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं और पिछले हफ्ते मृत्यु दर में 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
मासीयीवा ने विशेष रूप से यूरोप पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जब हम टीके के विनिर्माताओं के पास बात करने गये , उन्होंने कहा कि वे अभी यूरोप की जरूरतें पूरी करने में अपनी अधिकतम क्षमता के साथ जुटे हुए हैं, हमें भारत का रुख करने को कहा गया।’’ लेकिन यूरोपीय संघ कोविशील्ड लगवा चुके लोगों पर सार्वजनिक स्वास्थ्य पाबंदियां लगा रहा है। कोविशील्ड ईयू द्वारा स्वीकृत किया गया एस्ट्रोजेनेका टीके का भारतीय टीका है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम इस स्थिति में कैसे पहुंचते हैं, जिसमें वे कोवैक्स को धन देंगे, जो टीके खरीदने के लिए भारत जाएगा और फिर वे हमसे कहेंगे कि वे टीके वैध नहीं हैं। यह बताता है कि समस्या कहां है?’’
एपी
सुभाष नरेश
नरेश