बांग्लादेश की तरक्की अब रुकने वाली नहीं है: प्रधानमंत्री शेख हसीना

बांग्लादेश की तरक्की अब रुकने वाली नहीं है: प्रधानमंत्री शेख हसीना

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  • Publish Date - January 10, 2024 / 09:57 PM IST,
    Updated On - January 10, 2024 / 09:57 PM IST

(अनीसुर रहमान)

ढाका, 10 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को कहा कि अवामी लीग के दोबारा सत्ता में आने से बांग्लादेश की तरक्की अब रुकने वाली नहीं है।

उन्होंने कहा कि पार्टी के चुनाव घोषणापत्र में 2041 तक ‘स्मार्ट बांग्लादेश’ बनाने का वादा किया गया था और इस वादे को पूरा करने की दिशा में प्रयास किये जायेंगे।

हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग पार्टी ने आम चुनाव में जीत दर्ज की है और उनके लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ।

हसीना ने ढाका के सुहरावर्दी उद्यान में अपने पहले भाषण में कहा कि उनके पिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान का दृष्टिकोण और मिशन देश के नेतृत्व के लिए उन्हें मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अब बांग्लादेश की प्रगति को कोई नहीं रोक सकता।’’

हसीना (76) ने बांग्लादेश के लोगों को अपने परिवार के सदस्यों की तरह बताया। उन्होंने 15 अगस्त, 1975 के उस नरसंहार को याद किया जब एक सैन्य तख्तापलट में उनके पिता एवं बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को उनके परिवार के ज्यादातर सदस्यों के साथ मार दिया गया था।

उन्होंने कहा कि वह मतदाताओं की बहुत आभारी हैं क्योंकि उन्होंने विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के हिंसक बहिष्कार अभियान को खारिज कर दिया और उनकी पार्टी को लगातार चौथी बार सत्ता में लाने के लिए मतदान किया।

अवामी लीग संसदीय दल (एएलपीपी) द्वारा उन्हें सदन का नेता चुने जाने के तुरंत बाद, हसीना ने उनसे कहा, ‘‘आपकी सर्वोच्च प्राथमिकता लोगों का कल्याण होना चाहिए’’।

उन्होंने कहा, ‘‘आपको (सांसदों को) अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में संतुलित विकास सुनिश्चित करना होगा।’’

बांग्लादेश की नई कैबिनेट के बृहस्पतिवार को शपथ लेने की उम्मीद है और राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन बंगभवन राष्ट्रपति भवन में मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।

रविवार को हुए आम चुनाव में हसीना की अवामी लीग ने 300 सदस्यीय संसद में 223 सीट पर जीत दर्ज की।

इस जीत के साथ, हसीना 1971 में पाकिस्तान से आजादी मिलने के बाद बांग्लादेश में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद पर काबिज होने की ओर अग्रसर हैं।

भाषा

देवेंद्र पवनेश

पवनेश