एपस्टीन फाइलों में ‘मालिश तकनीकों’ और भारत के आयुर्वेद का जिक्र

एपस्टीन फाइलों में ‘मालिश तकनीकों’ और भारत के आयुर्वेद का जिक्र

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  • Publish Date - December 20, 2025 / 06:37 PM IST,
    Updated On - December 20, 2025 / 06:37 PM IST

न्यूयॉर्क, 20 दिसंबर (भाषा) अमेरिका में जारी की गईं एपस्टीन से जुड़ी फाइलों में ‘‘मालिश तकनीकों’’ और भारत के आयुर्वेद के संदर्भ मिले हैं।

अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को दोषी ठहराए गए यौन अपराधी, दिवंगत जेफरी एपस्टीन से संबंधित हजारों फाइलें जारी कर दीं। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए थे जिसमें 30 दिन के भीतर संबंधित फाइल जारी करने का आदेश दिया गया था।

यह मुद्दा राजनीतिक रूप से संवेदनशील है, और डेमोक्रेट पार्टी के नेताओं द्वारा एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है जिसमें दुनिया के कुछ सबसे प्रभावशाली लोगों से अपने संबंधों के लिए जाने जाने वाले धनी फाइनेंसर से संबंधित फाइलों को जारी करने की मांग की जा रही है।

ट्रंप और एपस्टीन के बीच अनबन होने से पहले उनके बीच कई वर्षों तक मित्रता रही थी, और यह संबंध एक बड़े राजनीतिक विवाद का विषय रहा है।

न्याय विभाग द्वारा जारी की गईं एपस्टीन फाइलों में से एक में विषहरण के लिए मालिश और आयुर्वेद के उपयोग का उल्लेख है।

इसमें कहा गया है, ‘‘पश्चिम में कई चिकित्सक अब भारत की इस 5,000 साल पुरानी प्राकृतिक उपचार प्रणाली पर आधारित मालिश और अन्य उपचार प्रदान कर रहे हैं।’’

इसमें ‘द आर्ट ऑफ गिविंग मसाज’ शीर्षक वाले लेख भी हैं, जिसमें विषहरण के लिए तिल के तेल के उपयोग का उल्लेख किया गया है।

इन फाइलों में ट्रंप की केवल कुछ ही तस्वीरें शामिल हैं, और न्याय विभाग ने स्वीकार किया कि उसके द्वारा किया गया दस्तावेजों का खुलासा अधूरा है।

इनमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की कई तस्वीरें और साथ ही दिवंगत पॉप स्टार माइकल जैक्सन के साथ एपस्टीन की एक तस्वीर भी शामिल है।

एपस्टीन से जुड़े किसी भी मामले में न तो ट्रंप और न ही क्लिंटन पर कभी कोई गलत काम करने का आरोप लगा है।

मैनहट्टन जेल में मुकदमे की प्रतीक्षा करते हुए एपस्टीन ने 2019 में आत्महत्या कर ली थी। उस पर दर्जनों नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण और तस्करी करने का आरोप था।

भाषा

नेत्रपाल माधव

माधव