मोबाइल कंपनियों की बड़ी खामियां उजागर, 100 करोड़ से ज्यादा एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में हैकिंग का खतरा, ऐसे रखें सावधानी…देखिए

मोबाइल कंपनियों की बड़ी खामियां उजागर, 100 करोड़ से ज्यादा एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में हैकिंग का खतरा, ऐसे रखें सावधानी...देखिए

मोबाइल कंपनियों की बड़ी खामियां उजागर, 100 करोड़ से ज्यादा एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में हैकिंग का खतरा, ऐसे रखें सावधानी…देखिए
Modified Date: November 29, 2022 / 08:49 pm IST
Published Date: March 6, 2020 3:37 pm IST

नईदिल्ली। ​दुनिया भर के 1 अरब से ज्यादा एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में खामियां हैं, इन स्मार्टफोन्स में सिक्योरिटी अपडेट्स नहीं दिए जाते हैं जिसकी वजह से इन्हें हैक किया जा सकता है। यह दावा किया है साइबर सिक्योरिटी फर्म Which? ने। इस साइबर सिक्योरिटी वॉच डॉग ने कहा है कि 2012 या इससे पहले लॉन्च किए गए एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स के लिए ये ज्यादा गंभीर समस्या है।

ये भी पढ़ें: ये क्या! सदन से निलंबित अपने ही 7 सांसदों को ‘जेबकटुवा’ कह गए नेता प्रतिपक्ष …

इस सिक्योरिटी वॉच डॉग ने गूगल सहित एंड्रॉयड स्मार्टफोन कंपनियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि मोबाइल कंपनियों को सॉफ्टवेयर अपडेट को लेकर यूजर्स के साथ ट्रांसपेरेंट होने की जरूरत है। आमतौर पर स्मार्टफोन कंपनियां कितने भी महंगे स्मार्टफोन क्यों न हों, लेकिन ये साफ नहीं करती हैं कि आपको कितने सालों तक एंड्रॉयड अपडेट मिलता रहेगा। ज्यादातर एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में दो से तीन साल के बाद ही अपडेट मिलने बंद हो जाते हैं।

 ⁠

ये भी पढ़ें: 10वीं पास छात्रों को स्कॉलरशिप में मिलेंगे 8000 रुपए महीने, इस योजन…

एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर के 42.1% एंड्रॉयड यूजर्स के पास Android 6.0 या इससे नीचे के वर्जन हैं। सिक्योरिटी वॉच डॉग Which? ने अपनी स्टडी में पाया है कि दुनिया भर के 5 में से 2 एंड्रॉयड यूजर्स को यानि की 40 प्रतिशत यूजर्स को अब सिक्योरिटी अपडेट्स नहीं दिए जाते हैं। इस सिक्योरिटी वॉचडॉग का कहना है कि मोबाइल कंपनियों को अपने यूजर्स के सपोर्ट में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए।

ये भी पढ़ें: बीजेपी विधायक का ताहिर हुसैन पर विवादित बयान, ‘ऐसे लोगों को चौराहे …

अगर फोन में Android 6 या इससे पहले का सॉफ्टवेयर और अपडेट नहीं मिलते तो नए फोन लेने का वक्त आ गया है। अगर नया फोन नहीं लेना चाहते हैं तो अपने स्मार्टफोन को चलाने में सावधानी बरतें। यानी कोई भी ऐप डाउनलोड करने से बचें और ऐसी वेबसाइट ऐक्सेस न करे जिसमें संदेह वाले कॉन्टेंट होते हैं।

ये भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा पर संसद में जोरदार हंगामा, राहुल के नेतृत्व में प्रदर्…


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com