कोविड-19 वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप से मुकाबले को बूस्टर टीके की संभावनाएं तलाश रहा ब्रिटेन

कोविड-19 वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप से मुकाबले को बूस्टर टीके की संभावनाएं तलाश रहा ब्रिटेन

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  • Publish Date - February 8, 2021 / 11:42 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:24 PM IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, आठ फरवरी (भाषा) ब्रिटेन ने सोमवार को इस बात के संकेत दिए कि वैज्ञानिक साल के अंत तक बूस्टर टीके की संभावना तलाशने में जुटे हैं ताकि मौजूदा टीकाकरण के जरिए उत्पन्न रोग प्रतिरोधक क्षमता को घटाने का प्रयास करने वाले कोविड-19 वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप समेत किसी भी स्वरूप से निपटा जा सके।

बूस्टर खुराक पूर्व में लगाए टीकों के प्रभाव को बढ़ाने में सहायता प्रदान करती है।

ब्रिटेन में टीका विकास मामलों के मंत्री नदीम जहावी ने कहा कि के शरद ऋतु में बूस्टर की आवश्यकता पड़ सकती है। साथ ही लोगों से अपील की कि वह वर्तमान में देश में लगाए जा रहे टीकों पर पूरी तरह भरोसा रखें। अब तक ब्रिटेन में अत्याधिक जोखिम की श्रेणी वाले करीब एक करोड़ 20 लाख लोगों का टीकाकरण किया गया है।

डेली टेलीग्राफ में जहावी ने कहा, ‘‘ कोविड-19 के अन्य स्वरूपों से और अधिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए हमारे वैज्ञानिक और चिकित्सा सलाहकार मौजूदा टीकों के नए संस्करण को लेकर काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, हालांकि, ‘‘हमें इस बात को दिमाग में रखना चाहिए कि हालिया अध्ययन दर्शाते हैं कि वर्तमान में ब्रिटेन में लगाए जा रहे टीके देश में मौजूद कोविड-19 के स्वरूपों के खिलाफ बेहतर नतीजे देने में सक्षम हैं।’’

जहावी ने कहा, ‘‘जहां तक ब्रिटेन से बाहर के अन्य स्वरूप का सवाल है तो हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि मौजूद टीकों की प्रभाव क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े। स्वास्थ्य प्रणाली की रक्षा करने के लिए भी यह बेहद आवशयक है।’’

जहावी की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब एक छोटे अध्ययन से प्राप्त प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक एस्ट्राजेनेका का टीका, दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना वायरस के नए स्वरूप से उपजी कम तीव्रता की बीमारी से केवल न्यूनतम स्तर की सुरक्षा देता है।

भाषा

शफीक पवनेश

पवनेश