माउंट एवरेस्ट की तस्वीर जारी कर चीन ने अपने क्षेत्र का हिस्सा बताया, प्रतिक्रिया मिलने के बाद बदला ट्वीट

माउंट एवरेस्ट की तस्वीर जारी कर चीन ने अपने क्षेत्र का हिस्सा बताया, प्रतिक्रिया मिलने के बाद बदला ट्वीट

माउंट एवरेस्ट की तस्वीर जारी कर चीन ने अपने क्षेत्र का हिस्सा बताया, प्रतिक्रिया मिलने के बाद बदला ट्वीट
Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 pm IST
Published Date: May 10, 2020 1:49 pm IST

नईदिल्ली। चीन अपनी विस्तारवादी नीति पर कोरोना संकट में भी काम कर रहा है। चीन ने माउंट एवरेस्ट की कुछ तस्वीरें जारी कर उसे अपने क्षेत्र का हिस्सा बताया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक चीन के सरकारी टीवी चैनल चाइना ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क की आधिकारिक वेबसाइट ने माउंट एवरेस्ट की कुछ तस्वीरें जारी की हैं और लिखा कि माउंट चोमोलुंगमा पर सूर्य की रोशनी का शानदार नजारा।

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बता दें कि दुनिया की यह सबसे ऊंची चोटी चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में स्थित है, आश्चर्य की बात ये है कि इससे तुरंत पहले किए गए एक ट्वीट में इसे सिर्फ चीन का हिस्सा बताया गया था। माउंट एवरेस्ट को चीन माउंट चोमोलुंगमा कहता है, चीन के इस तरह के ट्वीट के बाद इस पर प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गई, सोशल मीडिया पर कोई इसे चीन का विस्तारवादी रवैया बता रहा है तो कोई चीन के इस कदम के खिलाफ उसे सबक सिखाने की बात कर रहा है।

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गौरतलब है कि चीन और नेपाल के बीच 1960 में सीमा विवाद के समाधान के लिए एक समझौता हुआ था, जिसके मुताबिक दक्षिणी हिस्सा नेपाल के पास रहेगा और उत्तरी हिस्सा तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के पास रहेगा। लेकिन चीन हमेशा से ही तिब्बत और एवरेस्ट पर अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश करता रहा है, एवरेस्ट बेहद दुर्गम है और चीन की तरफ से इसका बहुत कम इस्तेमाल होता है।

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चीन ने एवरेस्ट पर अपनी तरफ 5जी नेटवर्क लगाया है, इसे समुद्र की सतह से 8,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया गया है। यह एक विवादास्पद कदम है क्योंकि इससे पूरा हिमालय उसकी जद में आ सकता है। चीन इसके जरिए भारत, बांग्लादेश और म्यांमार पर नजर रख सकता है।

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हालांकि इस ट्वीट के बाद यूजर प्रतिक्रिया देने लगे, चीन द्वारा किए उस ट्वीट का भी स्क्रीनशॉट शेयर होने लगा, जिसमें माउंट एवरेस्ट को सिर्फ चीन का हिस्सा बताया गया था, थोड़ी देर बाद उस ट्वीट को बदल दिया गया और उसमें नेपाल भी जोड़ा गया। एक यूजर ने लिखा कि यह नेपाल में स्थित है, यह पूरी दुनिया को पता है सिर्फ चीन को छोड़कर।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com