(फाकिर हसन)
जोहानिसबर्ग, 14 दिसंबर (भाषा) दक्षिण अफ्रीका स्थित भारतीय कस्बे रेडक्लिफ में चार मंजिला अहोबिलम मंदिर के निर्माण स्थल पर कई टन कंक्रीट गिरने से मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर चार हो गई है।
दक्षिण अफ्रीका की प्रतिक्रिया इकाई के प्रवक्ता प्रेम बलराम ने स्थानीय मीडिया को बताया कि बचाव अभियान दो दिन से जारी है और बचावकर्मियों को एक अन्य शव होने का पता चला है लेकिन उन्हें खराब मौसम के कारण शनिवार दोपहर अभियान रोकना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘इस समय यह पुष्टि नहीं की जा सकती कि मलबे के नीचे और भी लोग फंसे हुए हैं या नहीं।’’
मृतकों में से एक की पहचान विकी जयराज पांडे (52) के रूप में हुई है जो दो साल पहले मंदिर की स्थापना के बाद से इसमें सेवाएं दे रहे थे। पांडे मंदिर के कार्यकारी सदस्य और निर्माण परियोजना के प्रबंधक थे।
मंदिर से संबद्ध धर्मार्थ संस्था ‘फूड फॉर लव’ के निदेशक सनवीर महाराज ने पुष्टि की कि एथेक्विनी (पूर्व में डरबन) के उत्तर में एक पहाड़ी पर स्थित मंदिर के ढहने में मारे गए लोगों में पांडे भी शामिल थे।
ईथेक्विनी (पूर्व में डरबन) की नगरपालिका ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि मंदिर के निर्माण के लिए कोई भवन योजना स्वीकृत नहीं की गई है यानी यह निर्माण कार्य अवैध था।
अहोबिलम मंदिर के नाम से जाना जाने वाला यह मंदिर एक गुफा की तरह बनाया गया है जिसमें वहां मौजूद पत्थरों के अलावा भारत से लाए पत्थरों का उपयोग किया जा रहा था।
मंदिर का निर्माण करा रहे परिवार ने बताया कि निर्माण कार्य लगभग दो साल पहले शुरू हुआ था और इसमें भगवान नरसिंहदेव की दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति स्थापित किए जाने का कार्यक्रम था।
भाषा सिम्मी शोभना
शोभना