2 Years Of MP Govt/Image Source: IBC24
भोपाल: IBC24 News Mind Summit मध्यप्रदेश में मोहन सरकार ने आज अपने कार्यकाल के दो साल पूरे कर लिए हैं। इन दो वर्षों में सरकार ने किन चुनौतियों का सामना किया, अपने चुनावी वादों को किस हद तक जमीन पर उतारा और शासन–प्रशासन के स्तर पर क्या ठोस बदलाव किए? इन्हीं अहम सवालों के जवाब तलाशने के लिए IBC24 ने ‘माइंड समिट 2025’ स्टूडियो एडिशन का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल हुए। उन्होंने कई मुद्दों को सवालों के जवाब दिए और अपनी बात रखी। इस दौरान सीएम साय ने एक दिलचस्प किस्सा भी साझा किया।
2 Years Of MP Govt: सीएम मोहन यादव ने मध्य प्रदेश में नवाचार को लेकर बयान देते हुए कहा कि आज बदलते दौर में हमारे आने वाले समय के लक्ष्य बड़े हैं लेकिन मैं अभी बीते समय की बात करूंगा। जब हमने नामांतरण की नई पद्धति लागू की तो यह पूरे देश में राजस्व संग्रहण के लिए एक नई पहल बन गई। लगभग एक करोड़ प्रकरणों का निराकरण किया गया है। अब ई-नामांतरण प्रणाली के तहत जैसे आप रजिस्ट्री कराते हैं वैसे ही आपका प्रोसेस शुरू हो जाता है और बंटवारे या गिरदावर के पास चक्कर लगाने की कोई जरूरत नहीं। बंटवारा, नामांतरण और राजस्व संबंधित कामों का ऑनलाइन समाधान साइबर तहसील के माध्यम से किया जा रहा है जिसके लिए भारत सरकार ने मध्य प्रदेश को पहला पुरस्कार दिया।
2 Years Of MP Govt: हमने 19 धार्मिक नगरियों में शराबबंदी लागू की और इन धार्मिक नगरियों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाया। नर्मदा परिक्रमा के लिए विशेष सुविधाएं, घाट, और सेट बनवाने का कार्य किया गया। चित्रकूट धाम में भी जन सहभागिता को बढ़ावा दिया गया। जब अयोध्या को विकास की नई दिशा मिली तो चित्रकूट को भी वही सम्मान मिला। इसी प्रकार ओरछा में राजा राम के स्थल को भी एक नई दिशा मिली। अब हम एक नई योजना लेकर आए हैं जिसके तहत बगिया मां के नाम दो योजना शुरू की गई। इस योजना के अंतर्गत यदि आप अपना बगिया बनाने के लिए दो एकड़ जमीन लेते हैं तो सरकार आपको 1 लाख तक की मदद देगी। क्योंकि शुरुआत में बगिया बनाते वक्त खेती बंद हो जाती है लेकिन इसके बाद बगिया तैयार हो जाने पर उसकी फसल से व्यक्ति का जीवन चल सकेगा। इस योजना से आम के आम गुठली के दाम दोनों काम होंगे।
2 Years Of MP Govt: इसके अलावा जल गंगा अभियान की शुरुआत की गई है जिसका उद्देश्य हर साल जल संरक्षण कार्य करना है। इस अभियान में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जल रचनाओं को पुनर्जीवित किया जाएगा। प्रदेश में लगभग 250 नदियों के उद्गम स्थल और जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए छोटे और बड़े डेम्स का निर्माण किया जाएगा। हम प्रत्येक पंचायत में जल संचय के काम को बढ़ावा देंगे और सड़कों के किनारे बने गड्ढों को जल रचनाओं में बदलने का भी प्रयास करेंगे। हमने गौ संरक्षण के क्षेत्र में भी अद्भुत योजनाएं चलाई हैं जिसमें हम देश में नंबर वन बन चुके हैं। शिक्षा के क्षेत्र में विशेषकर हमारे इंजीनियरिंग कॉलेजों में आईटी पार्क बनाने का निर्णय लिया गया है ताकि विद्यार्थी वहीं पढ़ें और वही रोजगार प्राप्त करें। इसके साथ ही नई तकनीकी शोध, साइंस सिटी और ऑब्जर्वेटरी जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। भविष्य में मध्य प्रदेश को एक बड़ा रिसर्च केंद्र बनाने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। इसके तहत हमने स्टार्टअप्स और 181 नई पॉलिसियों को जोड़ने का प्रयास किया है जिससे राज्य के विकास में एक नई दिशा मिले।