India Strikes Pakistan Airbase​: आखिरकार पाकिस्तान ने कुबूल ली भारतीय हमले से तबाही की बात, ऑपरेशन सिंदूर में इतने जवान हुए थे घायल

India Strikes Pakistan Airbase: यह हमला भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत किया गया था, जो अप्रैल 2025 में पहलगाम के बैसरन घाटी में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा 26 नागरिकों की हत्या के जवाब में लॉन्च किया गया था।

India Strikes Pakistan Airbase​: आखिरकार पाकिस्तान ने कुबूल ली भारतीय हमले से तबाही की बात, ऑपरेशन सिंदूर में इतने जवान हुए थे घायल

India Strikes Pakistan Airbase, image source: ANI

Modified Date: December 28, 2025 / 11:55 pm IST
Published Date: December 28, 2025 11:53 pm IST
HIGHLIGHTS
  • ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के निशाने पर रहे ठिकाने
  • पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस पर हमला
  • विदेश मंत्री इशाक डार ने प्रेस ब्रीफिंग में पुष्टि की

इस्लामाबाद: India Strikes Pakistan Airbase​, पाकिस्तान सरकार ने शनिवार को पहली बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि इस साल मई में भारत के हमले में उसके सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा था। यह हमला भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत किया गया था, जो अप्रैल 2025 में पहलगाम के बैसरन घाटी में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा 26 नागरिकों की हत्या के जवाब में लॉन्च किया गया था।

नूर खान एयरबेस पर हमला

पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने प्रेस ब्रीफिंग में पुष्टि की कि भारत ने रावलपिंडी के चकलाला स्थित नूर खान एयरबेस को निशाना बनाया था। इस हमले में एयरबेस को नुकसान हुआ और पाकिस्तानी वायुसेना के कई जवान घायल हुए। डार ने दावा किया कि भारत ने 36 घंटे के भीतर पाकिस्तान की सीमा में 80 ड्रोन भेजे, जिनमें से 79 को मार गिराया गया, जबकि एक ड्रोन नूर खान एयरबेस पर गिरा और नुकसान पहुंचाया।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के निशाने पर रहे ठिकाने

India Strikes Pakistan Airbase​, इशाक डार ने बताया कि 9 मई की रात प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में बैठक हुई थी और हालात को देखते हुए फैसले लिए गए। उन्होंने कहा कि 10 मई की सुबह भारत ने नूर खान एयरबेस पर हमला किया। भारत ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के 11 सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था, जिनमें सरगोधा, रफीकी, जैकोबाबाद और मुरीदके एयरबेस भी शामिल थे।

 ⁠

भारतीय सेना का दावा

भारतीय सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लों ने इशाक डार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाकिस्तान झूठ बोलता रहा है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी मीडिया ग्रुप समा टीवी ने 14 अगस्त 2025 को उन 138 जवानों के नाम प्रकाशित किए थे जिन्हें ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे जाने पर मरणोपरांत वीरता पदक दिया गया। ढिल्लों ने अनुमान लगाया कि पाकिस्तान में हताहतों की संख्या 400 से 500 के बीच रही होगी और नूर खान बेस आग की लपटों में घिरा था।

ऑपरेशन सिंदूर के तुरंत बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी नूर खान एयरबेस पर भारत के हमले को स्वीकार किया था। जुलाई में उनके सलाहकार राना सनाउल्लाह ने कहा था कि भारत द्वारा दागी गई ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल नूर खान एयरबेस की ओर जा रही थी और इस्लामाबाद के पास यह आकलन करने के लिए केवल 30–45 सेकंड थे कि कहीं मिसाइल न्यूक्लियर वारहेड तो नहीं ले जा रही।

सैटेलाइट तस्वीरों से हुई पुष्टि

मैक्सर टेक्नोलॉजी द्वारा 13 मई को ली गई सैटेलाइट तस्वीरों में पाकिस्तान के कई एयरबेसों पर भारी नुकसान दिखा। इनमें नूर खान (रावलपिंडी), मुशाफ (सरगोधा), भोलारी (कराची) और शाहबाज (जैकोबाबाद) एयरबेस शामिल थे। 25 अप्रैल और 10 मई की तस्वीरों की तुलना में नुकसान स्पष्ट दिखाई दिया। पाकिस्तानी सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वीकार किया था कि नूर खान, मुरीदके और रफीकी एयरबेस भारतीय वायुसेना के निशाने पर थे।

पाकिस्तान का यह कुबूलनामा भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान की गई सैन्य कार्रवाइयों की पुष्टि करती है, जिसने उसके कई रणनीतिक ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुंचाया।

इन्हें भी पढ़ें :-


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com