Japan Earthquake: जापान में 6.0 तीव्रता का भूकंप, होंशु तट के पास केंद्र… भारी नुक्सान की आशंका
शनिवार देर रात जापान के होन्शू द्वीप के पूर्वी तट के पास 6.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र समुद्र के नीचे 50 किलोमीटर की गहराई में था। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के अनुसार, आसपास के क्षेत्रों में हल्के झटके महसूस किए गए, लेकिन किसी भी तरह की सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई।
Japan Earthquake
- होंशू द्वीप के पूर्वी तट के पास आया 6.0 तीव्रता का भूकंप।
- भूकंप का केंद्र समुद्र के नीचे 50 किलोमीटर की गहराई में था।
- सुनामी की कोई चेतावनी नहीं, नुकसान की संभावना कम।
Japan Earthquake: कल शनिवार देर रात जापान के होन्शू द्वीप के पूर्वी तट पर एक भूकंप के आने से धरती हिल गई। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के अनुसार भूकंप की तीव्रता 6.0 मापी गई और इसका केंद्र सतह से 10 किलोमीटर की गहराई था। शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, लोगों ने हल्के झटके महसूस किए थे लेकिन किसी तरह के बड़े नुकसान या सुनामी की कोई आशंका नहीं जताई गई है। हालांकि, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने इस घटना को लेकर ‘ग्रीन अलर्ट’ जारी किया है जो संभावित नुकसान और हताहतों की बेहद कम संभावना को दर्शाता है।
जापान विश्व के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में से एक है और यहां भूकंपों की निगरानी के लिए दुनिया का सबसे अच्छे नेटवर्क मौजूद है। होन्शू के जिस इलाके में झटके महसूस किए गए वहां की इमारतें भूकंपरोधी तकनीक से निर्मित हैं। भारतीय राष्ट्रीय भूकंपीय विज्ञान केंद्र (एनसीएस) द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप का समय जापान के समय के हिसाब से सुबह 9:46 बजे था। होंशु जापान का सबसे बड़ा और घनी आबादी वाला द्वीप है जहां टोक्यो, योकोहामा और ओसाका जैसे बड़े आबादी वाले शहर बसे हैं। भूकंप का केंद्र हालांकि समुद्र में था लेकिन इसके झटके दूर-दूर तक महसूस किए गए।
प्रशासन ने किया अलर्ट जारी
जापानी मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) और स्थानीय प्रशासन ने तटीय इलाकों में संभावित आफ्टरशॉक्स और समुद्री हलचलों को ध्यान में रखते हुए अलर्ट जारी किया है। हालांकि अभी तक किसी सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई है लेकिन विशेषज्ञों ने अगले कुछ घंटों तक सतर्क रहने की सालाह जरूर दी है।
इन क्षेत्र में पहले भी आ चुके हैं झटके
होंशु द्वीप के पूर्वी तटवर्ती इलाकों में भूकंपीय गतिविधि आम बात है क्योंकि ये इलाका ‘रिंग ऑफ फायर’ के अंतर्गत आता है जो कि एक ऐसा क्षेत्र जो विश्व के ज्यादातर भूकंपों और ज्वालामुखीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है। इससे पहले भी इस इलाके में कई बार शक्तिशाली भूकंप आ चुके हैं। 2011 में जापान के टोहोकू क्षेत्र में आया विनाशकारी भूकंप और उसके बाद आई सुनामी अब भी लोगों को सोचने पर ही डरा देता है जिसमें हजारों लोगों की जान गई थी। इसीलिए इस तरह के किसी भी भूकंपीय झटके को गंभीरता से लिया जाता है।
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