नई दिल्लीः Man read Namaz for non-Muslims सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का जाकर क्वीन एलिजाबेथ को श्रद्धांजलि देने वाले शख्स को सऊदी अरब की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार हुआ शख्स यमन का रहने वाला है। शख्स अपने हाथ में एक बैनर लेकर मस्जिद पहुंचा था। जिसमें लिखा था, ”क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय की आत्मा के लिए, अल्लाह उन्हें स्वर्ग में शांति प्रदान करे और उन्हें धर्मी लोगों के बीच स्वीकार करे।” मक्का की बड़ी मस्जिद में बैनर हाथ में लिए शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
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Man read Namaz for non-Muslims मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक युवक क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय की आत्मा के लिए उमराह करने पहुंचा था। यमन के इस शख्स ने वीडियो क्लिप बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर की। जिसके बाद वीडियो जमकर वायरल हो गई। ट्विटर लोगों का वीडियो को देखते ही गुस्सा भड़क गया, जिसके बाद शख्स की गिरफ्तारी की मांग की जाने लगी। बता दें कि इस्लाम में उमराह 15 दिनों का एक धार्मिक तरीका है, जिस दौरान इंसान सिर्फ नमाज और अल्लाह की बातों पर ध्यान देता है। उमराह के दौरान मर चुके लोगों की आत्मा की शांति के लिए दुआ भी की जाती है। लेकिन मृतक सिर्फ मुस्लिम ही होने चाहिए।
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यमन के शख्स ने जिस बैनर को हाथ में लिया हुआ है, उसमें लिखा है कि, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की आत्मा के लिए उमरा। हम खुदा से कहते हैं कि क्वीन को जन्नत में जगह मिले। वीडियो वायरल होने पर सऊदी पुलिस ने इस मामले में तेजी से एक्शन लेते हुए बड़ी मस्जिद की क्लिप में दिखने वाले यमन के नागरिक को गिरफ्तार कर लिया। सऊदी अरब सरकार की ओर से बताया गया है कि मस्जिद के अंदर किसी गैर मुसलमान के नाम उमराह करना नियमों के खिलाफ है, जिसकी वजह से यमन के नागरिक की गिरफ्तारी की गई है।
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पिछले हफ्ते क्वीन एलिजाबेथ का 96 साल की उम्र में निधन हो गया था। ब्रिटेन के महाराज के रूप में चार्ल्स तृतीय ने सोमवार को पहली बार संसद को संबोधित करते हुए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि दी और संवैधानिक शासन के अनमोल सिद्धांतों को बनाए रखने में अपनी प्रिय दिवंगत मां द्वारा पेश की गई निस्वार्थ कर्तव्य की मिसाल का पालन करने का संकल्प लिया।