पहलगाम हमले को किसी हाल में न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता, दुनिया को निंदा करनी चाहिए : भारत

पहलगाम हमले को किसी हाल में न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता, दुनिया को निंदा करनी चाहिए : भारत

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  • Publish Date - April 24, 2025 / 09:26 PM IST,
    Updated On - April 24, 2025 / 09:26 PM IST

(योषिता सिंह)

संयुक्त राष्ट्र, 24 अप्रैल (भाषा) संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र और दुनिया को नागरिकों और पर्यटकों के खिलाफ किए गए ऐसे कृत्यों की सार्वजनिक रूप से निंदा करनी चाहिए क्योंकि इसे किसी भी हाल में न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता।

दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। पाकिस्तान से संचालित एवं प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि एवं राजदूत पी. हरीश ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘भारत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में गत मंगलवार को हुए क्रूर आतंकवादी हमले में हुई जानमाल की हानि पर शोक व्यक्त करता है।’’

हरीश ने कहा, ‘‘मैं भारत के उन मित्रों और साझेदारों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने संवेदना व्यक्त की, इस कठिन समय में हमारे साथ एकजुटता दिखाई और आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा की। संयुक्त राष्ट्र और दुनिया को आम नागरिकों और पर्यटकों के खिलाफ किए गए ऐसे आतंकी कृत्य की सार्वजनिक रूप से निंदा करनी चाहिए, जिसे किसी भी हाल में न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता।’’

भाषा धीरज शफीक

शफीक