पाक सरकार ने भारत के साथ संघर्ष के दौरान भूमिका के लिए दर्जनोंअधिकारियों को सम्मानित किया

पाक सरकार ने भारत के साथ संघर्ष के दौरान भूमिका के लिए दर्जनोंअधिकारियों को सम्मानित किया

  •  
  • Publish Date - August 14, 2025 / 09:33 PM IST,
    Updated On - August 14, 2025 / 09:33 PM IST

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, 14 अगस्त (भाषा) पाकिस्तान सरकार ने भारत के साथ चार दिवसीय संघर्ष में भूमिका के लिए मंत्रियों और सेना प्रमुखों सहित दर्जनों असैन्य व्यक्तियों और सैन्य अधिकारियों को बृहस्पतिवार को सम्मानित किया।

ये पुरस्कार 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा प्रदान किये गये।

भारत ने सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसके तहत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाक के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया। पहलगाम हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। भारतीय कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने आठ, नौ और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया।

भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद संघर्ष समाप्त करने के लिए 10 मई को सहमति बनी।

सेना प्रमुख आसिम मुनीर को ‘हिलाल-ए-जुरात’ से नवाजा गया, जबकि ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी’ के अध्यक्ष जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को ‘निशान-ए-इम्तियाज’ से सम्मानित किया गया।

वायु सेना प्रमुख जहीर अहमद बाबर सिद्धू को ‘हिलाल-ए-जुरात’ से सम्मानित किया गया, जबकि नौसेना प्रमुख एडमिरल नवीद अशरफ को ‘निशान-ए-इम्तियाज’ से नवाजा किया गया।

पाकिस्तान वायु सेना के लड़ाकू पायलटों को हवाई युद्ध के दौरान उनकी भूमिका के लिए ‘सितारा-ए-जुरात’ पुरस्कार दिया गया।

उप प्रधानमंत्री इसहाक डार, कानून मंत्री आजम नजीर तरार, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार, गृह मंत्री मोहसिन नकवी, योजना एवं विकास मंत्री अहसान इकबाल, पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी और प्रधानमंत्री के राजनीतिक मामलों के सलाहकार राणा सनाउल्लाह को निशान-ए-इम्तियाज से सम्मानित किया गया।

प्रधानमंत्री के राजनयिक मिशन के सदस्यों को भी भारत के साथ संघर्ष के बाद विदेश में पाकिस्तान की स्थिति को बताने के लिए ‘हिलाल-ए-इम्तियाज’ से नवाजा गया।

सेना के अनुसार, पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तानी वायु सेना और पाकिस्तानी नौसेना के 488 कर्मियों को सम्मानित किया गया। इसने कहा कि आठ ‘सितारा-ए-जुरात’, पांच ‘तमगा-ए-जुरात’, 24 ‘सितारा-ए-बसालत’, 45 ‘तमगा-ए-बसालत’, 146 ‘इम्तियाज़ी असनाद’, 259 सीओएएस प्रशस्ति पत्र और एक ‘तमगा-ए-इम्तियाज़’ (सैन्य) प्रदान किए गए।

सरकार ने आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद आसिम मलिक तथा सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी को भी ‘सितारा-ए-बसालत’ से सम्मानित किया। मलिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी हैं।

वायु सेना के प्रवक्ता एयर वाइस मार्शल औरंगज़ेब अहमद और नौसेना के प्रवक्ता वाइस एडमिरल राजा रब नवाज़ को भी ‘सितारा-ए-बसालत’ से सम्मानित किया गया। दोनों भारत के साथ संघर्ष के दौरान मीडिया को जानकारी देने वाली टीम में शामिल थे।

भाषा

नोमान माधव

माधव