पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कोरोना वायरस से संक्रमित

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कोरोना वायरस से संक्रमित

  •  
  • Publish Date - March 20, 2021 / 02:50 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:02 PM IST

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, 20 मार्च (भाषा) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और उन्होंने खुद को घर में पृथक कर लिया है। स्वास्थ्य मामलों पर प्रधानमंत्री के शीर्ष सलाहकार डॉक्टर फैसल सुल्तान ने यह जानकारी दी।

गौरतलब है कि खान (68) ने राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के पहले चरण में बृहस्पतिवार को कोविड-19 रोधी टीका लगवाया था।

बताया जा रहा है कि खान को चीन में निर्मित ‘सिनोफार्म’ टीके की खुराक दी गई थी। पाकिस्तान में उपलब्ध यह एकमात्र कोविड-19 रोधी टीका है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा, नियमन एवं संयोजन को लेकर प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार डॉक्टर सुल्तान ने ट्विटर पर खान के संक्रमित होने की पुष्टि की।

उन्होंने ट्वीट किया, ”प्रधानमंत्री इमरान खान कोविड-19 की चपेट में आ गए हैं और उन्होंने अपने आवास पर खुद को पृथक कर लिया है।”

खान के प्रवक्ता डॉक्टर शहबाज गिल ने कहा कि प्रधानमंत्री को हल्का बुखार और खांसी है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा, नियमन तथा संयोजन मंत्रालय ने खान के टीका लगवाए जाने पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक लेने के दो से तीन सप्ताह बाद एंटीबॉडी विकसित होती है।

मंत्रालय ने ट्वीट किया, ”प्रधानमंत्री इमरान खान जिस समय वायरस की चपेट में आए. तब तक उनपर टीकाकरण का पूरी तरह असर नहीं हुआ था। उन्होंने महज दो दिन पहले टीके की पहली खुराक ली है। दो दिन एएनवाई टीके के प्रभावी होने के हिसाब से बहुत कम समय है।”इस बीच, पाकिस्तान में शनिवार को इस साल एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक 3,876 नए मामले सामने आए, जिसके साथ ही देश में संक्रमण दर बढ़कर 9.4 प्रतिशत हो गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में अब तक 6,23,135 लोग वायरस से संक्रमित पाए जा चुके हैं। बीते 24 घंटे के दौरान 40 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 13,799 हो गई है।

मंत्रालय ने कहा कि देश में अब तक कुल 5,79,760 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। वहीं, 2,122 रोगियों की हालत गंभीर है।

‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार पाकिस्तान में चीन से उपहार स्वरूप टीके आने के बाद फरवरी में टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए गए थे जबकि 10 मार्च को देश में आम लोगों को टीके लगाने की शुरुआत हुई थी। इनमें 60 साल या उससे अधिक आयु के लोगों को तरजीह दी जा रही है।

भाषा जोहेब माधव

माधव