पीएम मोदी की दीवानी है चीन की जनता, प्यार से दिया ये निकनेम

People of China are crazy about PM Modi, given this nickname with love

पीएम मोदी की दीवानी है चीन की जनता, प्यार से दिया ये निकनेम

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Modified Date: March 19, 2023 / 08:15 pm IST
Published Date: March 19, 2023 7:54 pm IST

बीजिंग : अमेरिका की पत्रिका ‘‘डिप्लोमैट’’ में प्रकाशित एक लेख के अनुसार चीन में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों (नेटिजेन) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी लोकप्रिय हैं और उन्हें सम्मान से ‘मोदी लाओक्सियन’ कहा जाता है, जिसका अर्थ ‘‘मोदी अमर’’ हैं। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के बावजूद, किसी अंतरराष्ट्रीय नेता के लिए यह एक दुर्लभ सम्मानजनक संदर्भ है। रणनीतिक मामलों पर केंद्रित पत्रिका ‘‘डिप्लोमैट’’ के लेख ‘‘चीन में भारत को कैसे देखा जाता है?’’में पत्रकार म्यू चुनशान ने यह भी लिखा कि ज्यादातर चीनी मानते हैं कि मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व के प्रमुख देशों के बीच संतुलन बना कर रख सकता है।

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चुनशान चीनी सोशल मीडिया विशेष रूप से सिना वेइबो का विश्लेषण करने के लिए मशहूर हैं। सिना वेइबो चीन में ट्विटर जैसा सोशल मीडिया मंच है और इसके 58.2 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। आलेख के अनुसार ‘चीनी इंटरनेट पर प्रधानमंत्री मोदी का एक असामान्य उपनाम है: मोदी लाओक्सियन। लाओक्सियन का संदर्भ कुछ विशेष क्षमताओं वाले एक बुजुर्ग अमर व्यक्ति से है। उपनाम का अर्थ है कि चीन में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोग सोचते हैं कि मोदी कुछ भिन्न हैं – और आश्चर्यजनक भी- अन्य नेताओं की तुलना में।’

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उन्होंने लिखा है कि चीनी लोग मोदी की पोशाक और शारीरिक हावभाव दोनों की ओर इशारा करते हैं तथा उनकी कुछ नीतियों को भारत की पिछली नीतियों से अलग मानते हैं। कुछ चीनी नागरिकों का मानना है कि भारत रूस, अमेरिका सहित विभिन्न प्रमुख देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रख सकता है। उन्होंने कहा कि ‘लाओक्सियन’ शब्द मोदी के प्रति चीनी लोगों की जटिल धारणा को दर्शाता है, जिसमें जिज्ञासा, विस्मय आदि शामिल हैं। म्यू ने कहा, ‘मैं करीब 20 साल से अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टिंग कर रहा हूं और चीनी नेटिजेन (इंटरनेट उपयोगकर्ता) के लिए किसी विदेशी नेता को उपनाम देना दुर्लभ है। मोदी का उपनाम अन्य सभी से ऊपर है। निश्चित रूप से, उन्होंने चीनी जनमत पर एक छाप छोड़ी है।’


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।