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अदीस अबाबा, 16 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इथियोपिया के प्रधानमंत्री डॉ. अबी अहमद अली के साथ द्विपक्षीय वार्ता की तथा इस दौरान भारत और इथियोपिया ने अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों की चार दिवसीय यात्रा के दूसरे चरण के तहत मंगलवार को इथियोपिया पहुंचे। इथियोपिया के प्रधानमंत्री डॉ. अबी अहमद अली ने अदीस अबाबा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मोदी का स्वागत किया। वह मोदी को अपनी गाड़ी में बैठाकर होटल तक भी ले गए।
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान कहा, ‘‘हम भारत और इथियोपिया के संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक ले जा रहे हैं। यह कदम हमारे संबंधों को नयी ऊर्जा, नयी गति और नयी गहराई प्रदान करेगा।’’
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में सहयोग देने के लिए प्रधानमंत्री अली को धन्यवाद दिया। मोदी ने कहा, ‘‘आतंकवाद के खिलाफ इस संघर्ष में मित्र देशों का समर्थन अत्यंत महत्वपूर्ण है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘आज हमें अर्थव्यवस्था, नवाचार, प्रौद्योगिकी, रक्षा, स्वास्थ्य और बहुपक्षीय सहयोग जैसे हमारे सहयोग के प्रमुख पहलुओं पर विचार-विमर्श करने का अवसर मिला। मुझे खुशी है कि आज हमने भारत में इथियोपिया के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति को दोगुना करने का निर्णय लिया है।’’
मोदी ने कहा कि भारत और इथियोपिया के बीच हजारों वर्षों से संपर्क, संवाद और आदान-प्रदान होता रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भाषा और परंपराओं से समृद्ध ये दोनों देश विविधता में एकता के प्रतीक हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘दोनों देश लोकतांत्रिक शक्तियां हैं जो शांति और मानवता के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम ‘ग्लोबल साउथ’ के सहयात्री और साझेदार हैं। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हम कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हालांकि यह उनकी पहली यात्रा है, फिर भी उन्हें अपनेपन और आत्मीयता का गहरा अहसास हुआ, जो दोनों देशों के बीच हजारों वर्षों के संबंधों को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री अली ने कहा कि दोनों देश व्यापार, कूटनीति, शिक्षा, संस्कृति और यहां तक कि खान-पान और परंपराओं के माध्यम से हजारों वर्षों से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ये संबंध हमारे लोगों के बीच गहरी मित्रता, सहयोग और आपसी सम्मान को आकार देते रहते हैं।’’
इससे पहले, अली ने मोदी को विज्ञान संग्रहालय और मैत्री पार्क का भ्रमण करवाया, जो यात्रा कार्यक्रम में शामिल नहीं था। उन्होंने मोदी को इथियोपियाई कॉफी की अलग-अलग किस्मों के बारे में जानकारी भी दी।
सूत्रों ने कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार विजेता अली का यह विशिष्ट व्यवहार मोदी के प्रति उनके उल्लेखनीय सम्मान को दर्शाता है।
मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “कुछ देर पहले अदीस अबाबा पहुंचा। प्रधानमंत्री अबी अहमद अली ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से मेरा स्वागत किया, जिससे मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। इथियोपिया एक महान इतिहास और जीवंत संस्कृति वाला राष्ट्र है।”
उन्होंने लिखा, “भारत और इथियोपिया के बीच गहरे सभ्यतागत संबंध हैं। मैं विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी को और मजबूत करने के लिए इथियोपियाई नेतृत्व के साथ बातचीत करने को लेकर उत्सुक हूं।”
मोदी ने कहा, “अदीस अबाबा हवाई अड्डे पर मैंने प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ एक पारंपरिक कॉफी समारोह में हिस्सा लिया। यह समारोह इथियोपिया की समृद्ध विरासत को खूबसूरती से दर्शाता है।”
उन्होंने कहा, “अदीस अबाबा हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के बाद प्रधानमंत्री डॉ. अबी अहमद अली मुझे शहर के विज्ञान संग्रहालय ले गए। यह संग्रहालय विज्ञान और नवाचार के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित करता है और बताता है कि कैसे इनका इस्तेमाल इथियोपिया की प्रगति के लिए किया जा सकता है।”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “भारत-इथियोपिया के सदियों पुराने संबंधों का जश्न मनाते हुए! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इथियोपिया की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर अदीस अबाबा पहुंचे। एक विशेष भाव के रूप में, प्रधानमंत्री अबी अहमद अली उनका स्वागत करने के लिए खुद हवाई अड्डे पहुंचे। प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से रंगारंग स्वागत किया गया।”
जायसवाल ने कहा, “इथियोपिया ‘ग्लोबल साउथ’ में भारत का एक प्रमुख भागीदार है और ब्रिक्स का एक साथी सदस्य भी है।”
प्रधानमंत्री की इथियोपिया यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, “यह यात्रा ‘ग्लोबल साउथ’ में साझेदार के रूप में भारत और इथियोपिया के बीच गहरी दोस्ती और द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने की दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि होगी।”
इथियोपिया की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री देश की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान वह “लोकतंत्र की जननी” के रूप में भारत की यात्रा और ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए भारत-इथियोपिया साझेदारी क्या मायने रखती है विषय पर अपने विचार साझा करेंगे।
‘ग्लोबल साउथ’ से तात्पर्य उन देशों से है, जिन्हें अक्सर विकासशील, कम विकसित अथवा अविकसित के रूप में जाना जाता है। ये देश मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लातिन अमेरिका में स्थित हैं।
इथियोपिया में मोदी प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे।
अदीस अबाबा अफ्रीकी संघ का मुख्यालय भी है। 2023 में भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान, अफ्रीकी संघ को जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया था।
प्रधानमंत्री मंगलवार को जॉर्डन से इथियोपिया पहुंचे। वह तीन देशों की यात्रा के तीसरे चरण के तहत इथियोपिया से ओमान जाएंगे।
भाषा शफीक देवेंद्र
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