Donald Trump / Image Source: IBC24
Donald Trump: वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत बीफ, कॉफी और उष्णकटिबंधीय फलों सहित कई महत्वपूर्ण वस्तुओं पर लगने वाले शुल्कों को हटा दिया जाएगा। ये कदम उपभोक्ताओं के दबाव का जवाब माना जा रहा है, जो लगातार उच्च कीमतों की शिकायत कर रहे थे।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत बीफ, कॉफी और उष्णकटिबंधीय फलों सहित कई वस्तुओं पर शुल्क हटा दिया जाएगा। ये उन उपभोक्ताओं के दबाव का जवाब है जो शिकायत करते हैं कि कीमतें बहुत ज्यादा हैं।
अमेरिका में टैरिफ के चलते महंगाई चरम पर पहुंच गई है। लोगों को खाने-पीने की चीजें महंगी दरों पर मिल रही है। महंगाई ने लोगों का बजट बिगाड़ दिया है। वहीं, महंगाई को लेकर लोग ट्रंप की आलोचना भी करते हैं। जिसका असर हाल ही के मेयर चुनावों में देखा गया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने आदेश पर हस्ताक्षर करने से पहले ये घोषणा की कि अमेरिका ने इक्वाडोर, ग्वाटेमाला, एल साल्वाडोर और अर्जेंटीना के साथ कृषि उत्पादों पर आयात शुल्क कम करने के लिए समझौते किए हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में ट्रंप ने संकेत दिया था कि कॉफी के आयात को बढ़ावा देने के लिए शुल्कों में कमी की जाएगी।
राष्ट्रपति ने ये घोषणा करने के बाद कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए कि अमेरिका ने इक्वाडोर, ग्वाटेमाला, अल सल्वाडोर और अर्जेंटीना के साथ उन देशों में उत्पादित कृषि उत्पादों पर आयात शुल्क कम करने के लिए रूपरेखा समझौते किए हैं। ट्रंप ने इस सप्ताह की शुरुआत में संकेत दिया था कि वो कॉफी के आयात को बढ़ाने में मदद के लिए कॉफी पर शुल्क कम करेंगे।
Donald Trump: ट्रंप और उनका प्रशासन लंबे समय से ये दावा करते रहे हैं कि टैरिफ से उपभोक्ता कीमतों पर नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। हालांकि, अमेरिका में उत्पादित न होने वाले कुछ उत्पाद अभी भी महंगे हैं। रिकॉर्ड ऊंचे बीफ के दाम विशेष चिंता का विषय रहे हैं। ट्रंप ने कहा है कि वो बीफ की कीमतें कम करने के लिए कदम उठाने का इरादा रखते हैं। इसके पीछे प्रमुख कारण ब्राजील पर लगाए गए टैरिफ भी रहे हैं।
लेकिन रिकॉर्ड ऊंचे बीफ के दाम एक खास चिंता का विषय हैं और ट्रंप ने कहा है कि वो इन्हें कम करने के लिए कदम उठाने का इरादा रखते हैं। प्रमुख बीफ निर्यातक ब्राजील पर ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ भी इसकी एक वजह रहे हैं।