भारत के पहले मानवयुक्त ‘गगनयान’ के लिए रुस करेगा पूरा सहयोग, पीएम मोदी की यात्रा ने लिखी दोस्ती की नई इबारत

भारत के पहले मानवयुक्त 'गगनयान' के लिए रुस करेगा पूरा सहयोग, पीएम मोदी की यात्रा ने लिखी दोस्ती की नई इबारत

  •  
  • Publish Date - September 5, 2019 / 12:57 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:04 PM IST

मॉस्को। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस की यात्रा ने इस दोस्ती को नया आयाम दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने विभिन्न क्षेत्रों में भारत और रूस के बीच साझेदारी की चर्चा करते हुए कहा कि आज हमारे बीच डिफेंस, न्यूक्लियर एनर्जी, (अंतरिक्ष), बिजनेस टु बिजनेस समेत कई क्षेत्रों में सहयोग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए सहमति बनी है।

ये भी पढ़ें- विभागीय जांच में बड़ा खुलासा, पेशी के बाद हत्या का आरोपी करता था

अंतरिक्ष जगत में रूस भारत के पहले मानवयुक्त ‘गगनयान’ के लिए प्रशिक्षण के रूप में मदद करेगा। दोनों देश अब अगले साल बाघ संरक्षण पर द्विपक्षीय फोरम का गठन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत की महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के लिए रूस भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को ट्रेनिंग देगा। उन्होंने आगे कहा कि भारत और रूस मिलकर गगनयान मिशन पर काम करेंगे। ‘गगनयान’ भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष विमान है जिसे 2022 में अंतरिक्ष में भेजा जाएगा और इस ‘गगनयान’ में 3 अंतरिक्ष यात्री भी स्पेस जाएंगे।

<blockquote class=”twitter-tweet” data-lang=”en”><p lang=”en” dir=”ltr”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&amp;ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> live from Vladivostok, Russia: PM Narendra Modi addresses, as the Russian President and he release a joint press statement. <a href=”https://t.co/FdFuoTs9aT”>https://t.co/FdFuoTs9aT</a></p>&mdash; ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1169167992963289088?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 4, 2019</a></blockquote>
<script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>

ये भी पढ़ें- निलंबित IPS मुकेश गुप्ता को सुप्रीम कोर्ट ने दी बड़ी राहत, तीनों मामलों में लगाई रोक

महत्वाकांक्षी ‘गगनयान’ कार्यक्रम के तहत दो अनमैन्ड और एक मैन्ड यानि मानवयुक्त फ्लाइट अंतरिक्ष में भेजने की योजना है। इन अंतरिक्ष यात्रियों को विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया जाएगा जिसमें रूस मदद करेगा। इसकी लागत करीब 10,000 करोड़ रुपए होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/LEh601G1YwM” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>