अफगानिस्तान: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अब पूरी दुनिया की नज़र वहां के हालातों पर टिकी है। भारत समेत अन्य देश अपने-अपने नागरिकों को बाहर निकालने की कोशिश में हैं। इस सबके बीच अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हम एक ऐसी सरकार स्थापित करना चाहते हैं जिसमें सभी पक्ष शामिल हों।
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प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने आगे कहा कि काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम सभी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे बल सभी दूतावासों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं।
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उन्होंने आगे कहा कि हम अपने पड़ोसियों और क्षेत्रीय देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम अपने क्षेत्र का इस्तेमाल दुनिया के किसी भी देश के खिलाफ नहीं होने देंगे। वैश्विक समुदाय को निश्चिंत होना चाहिए कि हम प्रतिबद्ध हैं कि आपको हमारी धरती से किसी भी तरह से नुकसान नहीं होगा।
वहीं, दूसरी ओर पीएम मोदी ने अफगानिस्तान के हालात को लेकर हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी। बैठक के दौरान पीए मोदी ने वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने व भारत से मदद की उम्मीद कर रहे अफगान नागरिकों को हरसंभव मदद देने के साथ ही वहां के इच्छुक अल्पसंख्यक सिखों व हिंदुओं को शरण देने का अधिकारियों को निर्देश दिया।
The security of embassies in Kabul is of crucial importance to us. We would like to assure all foreign countries that our forces are there to ensure the security of all embassies, missions, international organizations, and aid agencies: Taliban spokesperson Zabihullah Mujahid pic.twitter.com/tmMKJifZc9
— ANI (@ANI) August 17, 2021