वेलिंग्टन, एक अप्रैल (एपी) चीन के साथ नए सुरक्षा गठबंधन पर अंतरराष्ट्रीय चिंताओं को दूर करने के प्रयास में सोलोमन द्वीपसमूह ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने यहां चीन को सैन्य अड्डा बनाने की अनुमति नहीं देगा।
बहरहाल, सोलोमन द्वीपसमूह के इस आश्वासन से उसके पुराने सहयोगियों न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की चिंता कम होती नहीं दिख रही है।
पड़ोसी देश माइक्रोनेशिया के नेता ने चेतावनी दी है कि चीन के साथ हुए समझौते से दक्षिण प्रशांत क्षेत्र एक बार फिर महाशक्तियों का युद्धस्थल बन सकता है।
सोलोमन द्वीपसमूह की सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि नए सुरक्षा समझौते का एक मसौदा तैयार है और सोलोमन और चीन के प्रतिनिधि इस पर हस्ताक्षर करेंगे।
शुक्रवार को दिए बयान में सोलोमन द्वीपसमूह की सरकार ने कहा की सरकार विरोधी टिप्पणीकार गलत सूचना प्रसारित कर रहे हैं और इस समझौते के तहत चीन को सैन्य अड्डा स्थापित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बयान में कहा गया, “सैन्य अड्डा स्थापित करने के परिणाम से सरकार अवगत है और इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी।” इस बयान से पहले प्रधानमंत्री मानासेह सोगवारे ने संसद में कहा था कि चीन को सैन्य अड्डा बनाने की इजाजत देने का सरकार का कोई इरादा नहीं है।
एपी यश मनीषा
मनीषा
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