Trump Putin Meeting Alaska: लाख कोशिशों के बाद भी पुतीन को नहीं मना पाए ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने ही यूरोप को दे डाली चेतावनी
Trump Putin Meeting Alaska: लाख कोशिशों के बाद भी पुतीन को नहीं मना पाए ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने ही यूरोप को दे डाली चेतावनी
Trump Putin Meeting Alaska: लाख कोशिशों के बाद भी पुतीन को नहीं मना पाए ट्रंप / Image Soruce: Social Media X
- अलास्का में ट्रंप–पुतिन मुलाकात
- यूक्रेन युद्ध खत्म करने पर सहमति नहीं बनी
- ट्रंप जल्द ही जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं से करेंगे बातचीत
अलास्का: Trump Putin Meeting Alaska यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को समाप्त कराने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में हुई बातचीत बेनतीजा रही और दोनों नेताओं के बीच कुछ अहम मुद्दों पर सहमति नहीं बन सकी। अलास्का में दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद पुतिन ने दावा किया कि यूक्रेन को लेकर ‘सहमति’ बनी है। इसके साथ ही उन्होंने यूरोप को चेतावनी दी कि वह प्रगति में कोई बाधा नहीं डाले। पुतिन के दावे के बाद ट्रंप ने कहा ‘‘जब तक कोई समझौता नहीं हो जाता तब तक कुछ भी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता।’’ ट्रंप ने कहा कि वह पुतिन और उनके बीच हुई बातचीत की जानकारी देने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की तथा यूरोपीय नेताओं को बुलाएंगे।
Trump Putin Meeting Alaska ट्रंप अनेक बार यूक्रेन को अमेरिका का समर्थन मिलने पर ऐतराज जता चुके हैं और पुतिन की प्रशंसा कर चुके हैं। उन्होंने व्हाइट हाउस में वापसी के पहले ही दिन पूरे विश्वास के साथ कहा था कि वह दोनों देशों के बीच युद्ध समाप्त कराएंगे। हालांकि कार्यकाल के सात माह बीतने के बाद भी वह पुतिन को लड़ाई रोकने के लिए राजी नहीं कर पाए हैं। रूस और यूक्रेन के बीच चार वर्ष से जारी युद्ध को रोकने के लिए ट्रंप हर हथकंडा अपना रहे हैं। कभी वह रूस पर कठोर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की धमकी देते हैं तो वहीं उन्होंने ज्वाइंट बेस एल्मेंडोर्फ-रिचर्डसन में पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत भी किया। सारी कवायद के बीच बैठक से ट्रंप को अपेक्षित परिणाम नहीं मिले तथा दोनों नेताओं ने पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर नहीं दिए।
इस संबंध में एक ओर जहां अमेरिकी राष्ट्रपति समझौता कराने के अपने कौशल का प्रदर्शन करना चाहते थे, वहीं दूसरी ओर पुतिन एक ऐसे समझौते पर बातचीत करना चाहते थे जो रूस के पक्ष में हो, यूक्रेन के नाटो में शामिल होने के प्रयास को रोके और अंततः यूक्रेन को मॉस्को के प्रभाव क्षेत्र में वापस ले आए। बैठक के बाद ट्रंप ने कहा, ‘‘हमारी बैठक बेहद फलदायी रही, कई मुद्दों पर सहमति बनी है, कुछ बचे हैं। कुछ उतने महत्वपूर्ण नहीं हैं। एक सबसे महत्वपूर्ण है और इस बात की संभावना है कि हम उसे भी सुलझा लेंगे।’’ वहीं, पुतिन ने कहा कि ट्रंप इस बात को समझते हैं कि रूस के अपने हित हैं। उन्होंने कहा कि रूस और अमेरिका को ‘‘पुराना अध्याय बंद करना चाहिए और सहयोग के रास्ते पर बढ़ना चाहिए।’’
पुतिन ने ट्रंप की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें ‘‘यह स्पष्ट हैं कि उन्हें क्या हासिल करना है और वे अपने देश की समृद्धि के बारे में चिंता करते हैं, साथ ही वह यह भी समझते हैं कि रूस के अपने राष्ट्रीय हित हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि आज की सहमति न केवल यूक्रेन की समस्या के समाधान के लिए एक संदर्भ बिंदु बनेंगी, बल्कि रूस और अमेरिका के बीच व्यापारिक, व्यावहारिक संबंधों की बहाली की शुरुआत भी करेगी।’’ लगभग ढाई घंटे तक हुई बैठक में किसी ठोस निर्णय तक न पहुंचने के बावजूद ट्रंप ने पुतिन का आभार व्यक्त किया और कहा, ‘‘हम आपसे बहुत जल्द बात करेंगे और संभवतः आपसे फिर बहुत जल्द मिलेंगे।’’ जब पुतिन ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘अगली बार मॉस्को में’’ तो ट्रंप ने कहा, ‘‘यह दिलचस्प बात है।’’

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