संयुक्त राष्ट्र : यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा संयंत्र का बाहरी विद्युत सम्पर्क टूटा
संयुक्त राष्ट्र : यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा संयंत्र का बाहरी विद्युत सम्पर्क टूटा
बर्लिन, आठ अक्टूबर (एपी) यूक्रेन के जापोरिज्जिया में एक बार फिर से हो रही भीषण गोलाबारी के कारण यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र का अंतिम बचा बाहरी विद्युत स्रोत समाप्त हो चुका है और अब यह आपातकालीन डीजल जनरेटर पर निर्भर है। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा कि शनिवार के तड़के करीब एक बजे संयंत्र का 750 किलोवोल्ट लाइन से सम्पर्क कट गया। आईएईए ने यूक्रेन से प्राप्त आधिकारिक जानकारी के साथ-साथ संयंत्र स्थल पर मौजूद आईएईए के विशेषज्ञों की रिपोर्ट का हवाला दिया है। यह संयंत्र रूसी सेना के कब्जे में है।
संयंत्र के सभी छह रिएक्टर बंद हैं, लेकिन उन्हें अभी भी शीतलन और अन्य सुरक्षा कार्यों के लिए बिजली की आवश्यकता है।
आईएईए ने कहा कि संयंत्र के अभियंताओं ने क्षतिग्रस्त बिजली लाइन और संयंत्र के जनरेटर की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। आईएईए के अनुसार, इनमें से सभी जनरेटर का इस्तेमाल वर्तमान में नहीं किया जा रहा है और प्रत्येक के पास कम से कम 10 दिनों के लिए पर्याप्त ईंधन है।
आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने कहा, ‘‘संयंत्र के बाहरी ऊर्जा के एकमात्र स्रोत पर गोलाबारी किया जाना बेहद गैर-जिम्मेदाराना है।’’
ग्रॉसी ने बृहस्पतिवार को कीव का दौरा किया।
उन्होंने कहा कि वह जल्द ही रूस की यात्रा करेंगे, उसके बाद वह यूक्रेन की एक और यात्रा करेंगे, ताकि संयंत्र के चारों ओर ‘‘परमाणु सुरक्षा और संरक्षा क्षेत्र’’ स्थापित करने के उनके प्रयास को आगे बढ़ाया जा सके, जिसकी उन्होंने लंबे समय से वकालत की है।
जापोरिज्जिया यूक्रेन के उन चार क्षेत्रों में से एक है, जिन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए कब्जा कर लिया है, जबकि परमाणु संयंत्र महीनों से रूसी नियंत्रण में है, जबकि शहर पर यूक्रेन का नियंत्रण है।
पुतिन ने बुधवार को एक आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें घोषणा की गई कि रूस इस संयंत्र का अधिग्रहण कर रहा है। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने इसे एक आपराधिक कृत्य बताया और कहा कि यह पुतिन के फरमान को ‘निरर्थक’ मानता है।
यूक्रेन के सरकारी परमाणु ऑपरेटर एनरगोएटम ने कहा कि वह संयंत्र का संचालन जारी रखेगा।
एपी सुरेश दिलीप
दिलीप

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