अम्मान, 15 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि जॉर्डन की उनकी यात्रा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देगी।
वह तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण के तहत अम्मान पहुंचे।
दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का एक विशेष संकेत देते हुए, जॉर्डन के प्रधानमंत्री जाफर हसन ने हवाई अड्डे पर मोदी की गर्मजोशी से अगवानी की और फिर उनका रस्मी स्वागत किया गया।
मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अम्मान पहुंच गया हूं। हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए जॉर्डन के हाशमी साम्राज्य के प्रधानमंत्री जाफर हसन का शुक्रगुजार हूं। मुझे विश्वास है कि यह यात्रा हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देगी।’’
जॉर्डन की यह पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा 37 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है और ऐसे वक्त हो रही है, जब दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष हो रहे हैं।
मोदी के तीन देशों के चार दिवसीय दौरे का पहला पड़ाव जॉर्डन है। इसके बाद वह इथियोपिया और ओमान भी जाएंगे।
जॉर्डन के प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज जॉर्डन में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक सम्मानित अतिथि के रूप में स्वागत करना हमारे लिए सम्मान की बात है। यह यात्रा हमारे 75 वर्षों के घनिष्ठ और स्थायी संबंधों को दर्शाती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों देशों के बीच विशेष रूप से आर्थिक, निवेश और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग के नए आयाम तलाशने के इच्छुक हैं।’’
मोदी के होटल पहुंचने पर भारतीय समुदाय के सदस्यों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने उनका अभिवादन किया और भारत से मित्रों और परिवारजनों की ओर से शुभकामनाएं दीं। स्थानीय कलाकारों ने पारंपरिक भारतीय नृत्य प्रस्तुत किए, जो देश की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित कर रहे थे।
मोदी ने ‘एक्स’ पर कहा, “अम्मान में भारतीय समुदाय द्वारा किए गए हार्दिक स्वागत से मैं अत्यंत प्रभावित हुआ। उनका स्नेह, भारत की प्रगति पर गर्व और मजबूत सांस्कृतिक बंधन भारत तथा प्रवासी भारतीयों के बीच अटूट संबंध को दर्शाते हैं। भारत-जॉर्डन रिश्तों को सुदृढ़ करने में प्रवासी भारतीयों की निरंतर भूमिका के लिए भी मैं आभारी हूं।”
मोदी आज बाद में शाह अब्दुल्ला द्वितीय इब्न अल हुसैन से बातचीत करेंगे, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी।
प्रधानमंत्री और शाह के मंगलवार को भारत-जॉर्डन व्यापार कार्यक्रम को संबोधित करने की उम्मीद है, जिसमें दोनों देशों के प्रमुख व्यवसायी शामिल होंगे।
मोदी जॉर्डन में भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करेंगे और देश के युवराज के साथ पेत्रा शहर का दौरा करेंगे, जो भारत के साथ प्राचीन व्यापारिक संबंधों को साझा करने वाला एक ऐतिहासिक शहर है। हालांकि, उनका यह दौरा मौसम की परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी की जॉर्डन की यह पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा है।
मोदी फरवरी 2018 में फलस्तीन जाते समय जॉर्डन में कुछ देर रुके थे।
विदेश मंत्रालय ने पिछले सप्ताह दिल्ली में एक विशेष प्रेसवार्ता में कहा था, ‘‘हालांकि यह एक पारगमन यात्रा थी, लेकिन शाह द्वारा उन्हें विशेष सम्मान दिया गया था, जिससे यह महज एक पारगमन यात्रा से कहीं अधिक बन गई… किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह वर्तमान पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा 37 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है।’’
भारत और जॉर्डन के बीच मजबूत आर्थिक संबंध हैं, तथा दिल्ली अम्मान का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों देशों के बीच 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार है।
जॉर्डन भारत को उर्वरकों, विशेष रूप से फॉस्फेट और पोटाश का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता भी है।
इस अरब देश में 17,500 से अधिक भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो कपड़ा, निर्माण और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
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नोमान नेत्रपाल
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