(हरिंदर मिश्रा)
तेल अवीव, 15 दिसंबर (भाषा) भारत-इजराइल रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करते हुए, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और तेल अवीव विश्वविद्यालय (टीएयू) के बीच सोमवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके तहत इस शैक्षणिक संस्थान में एक ‘भारत पीठ’ की स्थापना की जाएगी।
इजराइल में भारत के राजदूत जेपी सिंह और तेल अवीव विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रोफेसर एरियल पोराट ने औपचारिक रूप से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जिससे पहली बार टीएयू में ‘भारत पीठ’ की स्थापना होगी।
सिंह ने भारत और इज़राइल के बीच शैक्षणिक और अकादमिक सहयोग को और मजबूत करने के अवसरों पर चर्चा करने के लिए विश्वविद्यालय के अध्यक्ष और विभिन्न संकायों के प्रमुखों के साथ भी एक उपयोगी बैठक की।
भारतीय राजदूत ने विश्वविद्यालय में भारतीय छात्रों के साथ भी बातचीत की और उनके शैक्षणिक अनुभवों और सुझावों पर खुलकर चर्चा की।
टीएयू की प्रवक्ता नोगा शाहर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “इजराइल में यह अपनी तरह की पहली पहल है। इस पहल से टीएयू को हर साल विभिन्न शैक्षणिक क्षेत्रों के अग्रणी भारतीय छात्रों की मेजबानी करने में मदद मिलेगी।”
उन्होंने कहा कि ’भारत पीठ’ के विजिटिंग प्रोफेसर टीएयू में एक पूरा सेमेस्टर बिताएंगे, टीएयू के अनुरोध पर एक पूरा अकादमिक पाठ्यक्रम पढ़ाएंगे और व्याख्यान देंगे।
टीएयू के प्रवक्ता ने कहा कि यह व्याख्यान भारत के समकालीन मुद्दों पर आधारित होंगे और टीएयू के सभी छात्रों के साथ-साथ आम जनता के लिए भी खुले होंगे।
‘एशिया एंगेजमेंट’ के निदेशक कॉन्स्टेंटिन प्लाटोनोव ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “टीएयू में आईसीसीआर-टीएयू ‘भारत पीठ’ की शुरुआत करके और स्थायी प्रतिनिधित्व के लिए दिल्ली में टीएयू ‘इंडिया हब’ की स्थापना करके, हम भारतीय छात्रों, अनुसंधान भागीदारों और अन्य हितधारकों के साथ अपने जुड़ाव को अगले स्तर पर ले जा रहे हैं।”
भाषा नोमान संतोष
संतोष