छत्तीसगढ़ में 16 जून से शुरु होगा नया शिक्षण सत्र, ऑनलाइन पढ़ाई के लिए तैयार किए गए कक्षावार व्हाट्सएप ग्रुप 

छत्तीसगढ़ में 16 जून से शुरु होगा नया शिक्षण सत्र, ऑनलाइन पढ़ाई के लिए तैयार किए गए कक्षावार व्हाट्सएप ग्रुप 

छत्तीसगढ़ में 16 जून से शुरु होगा नया शिक्षण सत्र, ऑनलाइन पढ़ाई के लिए तैयार किए गए कक्षावार व्हाट्सएप ग्रुप 
Modified Date: November 29, 2022 / 07:55 pm IST
Published Date: June 15, 2021 11:54 am IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ में 16 जून से नया शिक्षण सत्र शुरु होगा, शासकीय और प्राइवेट स्कूल में शिक्षण सत्र शुरू होगा, कोरोना संक्रमण के कारण ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी, इसके लिए कक्षावार व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किए गए हैं।

ये भी पढ़ें: निगम मंडल में नियुक्तियों को लेकर CM भूपेश बघेल का बड़ा बयान, बीजेप…

बता दें कि कोरोना के कारण मार्च से ही स्कूल बंद हैं, इस बार भी पिछले बार की तरह ही 12वीं बोर्ड को छोड़कर सभी कक्षाओं के छात्रों को जनरल प्रमोशन दे दिया गया है। वहीं 12वीं बोर्ड के छात्रों की परीक्षाएं घर से ही ली गई हैं।

 ⁠

कोरोना के मामले अभी कम हैं। इसके बाद भी स्कूल शिक्षा विभाग स्कूल खोलने के लिए कोई निर्णय नहीं ले पा रहा है। कोरोना संक्रमण से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए स्कूल भौतिक रूप से बंद हैं और विद्यार्थियों की आनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की गई है।

ये भी पढ़ें: प्रशिक्षण शिविर में CM भूपेश बघेल का संबोधन, ‘विपक्ष सवाल करे तो को…

 

राज्य शासन द्वारा प्रति वर्ष विद्यार्थियों को निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया जाता है। इस वर्ष यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी पात्र विद्यार्थियों को निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकें उनके घरों तक पहुंचाकर दी जाएं, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने में कठिनाई न हो। सभी पात्र विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकों का वितरण जुलाई माह के अंत तक पूरा करने कहा गया है।

ये भी पढ़ें:  युवती के प्रेमी के दोस्त बनाना चाहते थे शारीरिक संबंध, मना करने पर …

इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पात्र विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरण व्यवस्था के लिए संबंधितों को निर्देशित किया गया है कि पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी कक्षा 9वीं और 10वीं की पाठ्य पुस्तकें संबंधित स्कूल तक और कक्षा पहली से 8वीं तक की पुस्तकें संकुलों तक वहां की दर्ज संख्या के अनुसार पहुंचाई जाएं।

पावती लेकर ही स्कूलों और संकुलों को पुस्तकें प्रदान की जाएं। कक्षा पहली से 8वीं की पाठ्य पुस्तकें संकुल प्रभारियों द्वारा संबंधित स्कूलों को उनकी दर्ज संख्या के आधार पर स्कूल के हेड मास्टर से पावती लेकर प्रदान की जाएं। निजी स्कूलों को दी जानी वाली पुस्तकों की पावती भी पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा संबंधित स्कूलों से अनिवार्य रूप से प्राप्त की जाए।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com