SSC Protest: एसएससी मुख्यालय पर अभ्यार्थियों का विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने भांजी लाठियां , क्या हैं छात्र-शिक्षकों की मांगे..जानें

SSC Protest: दिल्ली में SSC परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ हज़ारों अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए। उनका आरोप है कि ऑनलाइन सिस्टम और परीक्षा प्रक्रिया में सरकारी लापरवाही और साज़िश के चलते उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

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  • Publish Date - July 31, 2025 / 07:24 PM IST,
    Updated On - July 31, 2025 / 07:36 PM IST

ssc protest: image source: social media

HIGHLIGHTS
  • अभ्यार्थियों को मिला शिक्षकों का साथ
  • विरोध प्रदर्शन की मुख्य वजहें क्या?
  • सोशल मीडिया में उठ रहे कई सवाल

नईदिल्ली: SSC Protest, आज दिल्ली के लोधी रोड़ स्थित एसएससी मुख्यालय पर देश भर से आए हजारों की संख्या में अभ्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया। आंदोलनरत अभ्यार्थियों का आरोप है कि SSC की लापरवाही और कथित साज़िश के चलते उनका भविष्य बर्बाद हो रहा है। छात्रों में ऑनलाइन सिस्टम और परीक्षा प्रणाली को लेकर नाराजगी है। इस दौरान पुलिस ने मौके पर हजारों की संख्या में मौजूद अभ्यार्थियों और टीचरर्स पर काबू करने के लिए लाठियां भी चलाई। वहीं कुछ अभ्यार्थियों और टीचरर्स को हिरासत में भी लिया गया है।

#Sscscam: दिल्ली में SSC परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ हज़ारों अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए। उनका आरोप है कि ऑनलाइन सिस्टम और परीक्षा प्रक्रिया में सरकारी लापरवाही और साज़िश के चलते उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

अभ्यार्थियों को मिला शिक्षकों का साथ

इतना ही नहीं यहां पर अभ्यार्थियों के साथ ही टीचर्स भी नारे बुलंद करते नजर आए। इस दौरान शिक्षकों की माने तो वे अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, तो शिक्षकों की गिरफ्तारी की जा रही है। उनके साथ मारपीट कर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा रहा है।

शिक्षकों का आरोप है कि जो शिक्षक समाज को जागरूक करते हैं, आज वही अपने हक़ के लिए सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। और बदले में उन्हें गिरफ्तारी और मारपीट मिल रही है । यह किसी लोकतांत्रिक देश की नहीं, एक असंवेदनशील व्यवस्था की पहचान है। शिक्षकों की मांग है कि शिक्षकों का सम्मान सुरक्षित होना चाहिए, तभी शिक्षा का भविष्य सुरक्षित होगा।

विरोध प्रदर्शन की मुख्य वजहें क्या?

बताया जा रहा है कि विरोध प्रदर्शन की मुख्य वजहें ये हैं कि
1. कई बार पर विभिन्न वजहों से आयोजित परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया था।
2. एसएससी की परीक्षा के दौरान प्रशासनिक खामियां सामने आई।
3. परीक्षा केंद्रों का गलत आवंटन किया गया।
4. परीक्षा के दौरान कई तकनीकी खामियां आईं।
5. इस दौरान कहीं सिस्टम क्रैश कर गया, तो कही सर्वर संबंधी समस्या आ गई।
6. कुछ परीक्षा केंद्रों से अभ्यर्थियों के साथ दुर्व्यवहार के मामले सामने आए।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एसएससी की परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने परीक्षा में हो रही धांधली और इसमें सुधार की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। ये सभी कार्यालय के पास मंत्री जितेंद्र सिंह से मिलना चाहते थे। शिक्षकों ने बताया कि यहां पुलिस हम लोगों को मंत्री से मिलने नहीं दे रही, हम लोग उनसे मिलकर बात करना चाहते हैं। लेकिन पुलिस ऐसा करने नहीं दे रही है और हमलोगों को गिरफ्तार कर ले जा रही है। कुछ लोगों को यहां से खदेड़ दिया गया और कुछ शिक्षकों और छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया।

सोशल मीडिया में उठ रहे कई सवाल

वहीं अब सोशल मीडिया में सवाल उठ रहे हैं कि शिक्षक छात्रों के अधिकारों के लिए खड़े हुए हैं। लेकिन व्यवस्था ने हिंसा से जवाब दिया। जब शिक्षा देने वालों को चुप करा दिया जाता है, तो यह सिर्फ़ एक विफलता नहीं, बल्कि लोकतंत्र का पतन है।

वहीं यूजर ये भी कह रहे हैं कि शिक्षकों और छात्रों के साथ जो दुर्व्यवहार हो रहा है, वह केवल शर्मनाक ही नहीं, बल्कि हमारे लोकतंत्र पर एक गहरी चोट है। शांतिपूर्वक अपने अधिकारों की माँग करने वालों को प्रताड़ित करना ग़लत है।

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एसएससी विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण क्या था?

उत्तर: छात्रों और शिक्षकों ने SSC की परीक्षा प्रणाली में भ्रष्टाचार, तकनीकी गड़बड़ियों, परीक्षा रद्द होने, गलत परीक्षा केंद्र आवंटन और सिस्टम फेलियर जैसी समस्याओं के खिलाफ विरोध जताया। उनका आरोप है कि इन खामियों के कारण अभ्यर्थियों का भविष्य खतरे में पड़ गया है।

विरोध प्रदर्शन के दौरान क्या हुआ?

उत्तर: दिल्ली के लोधी रोड स्थित SSC मुख्यालय पर हजारों छात्र और शिक्षक एकत्र हुए। शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कई छात्रों व शिक्षकों को हिरासत में ले लिया। छात्रों का कहना है कि वे केवल अपनी मांगों के लिए मंत्री से मिलना चाहते थे।

शिक्षकों की इस आंदोलन में क्या भूमिका थी?

उत्तर: शिक्षक भी छात्रों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। उनका कहना था कि वे शिक्षा व्यवस्था में सुधार और अपनेअधिकारों की रक्षा के लिए खड़े हुए हैं। उन्होंने पुलिस पर गिरफ्तारी और मारपीट का आरोप भी लगाया।

प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें क्या हैं?

उत्तर: परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और स्थिरता लाना तकनीकी खामियों और प्रशासनिक लापरवाही को खत्म करना गलत परीक्षा केंद्र आवंटन की समस्या का समाधान SSC में भ्रष्टाचार की जांच और जवाबदेही सुनिश्चित करना शिक्षकों और छात्रों के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित करना

सोशल मीडिया पर इस विरोध को लेकर क्या प्रतिक्रियाएं आई हैं?

उत्तर: सोशल मीडिया पर जनता और कई संगठनों ने छात्रों-शिक्षकों के साथ हुए व्यवहार की कड़ी आलोचना की है। लोग कह रहे हैं कि शांतिपूर्वक विरोध करने वालों को दबाना लोकतंत्र का अपमान है। कई यूज़र्स इसे लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन और "लोकतंत्र पर हमला" बता रहे हैं।