MP Assembly Elections 2023: टिकट की टंकार..सियासत धुंआधार! क्या दलों के डैमेज कंट्रोल के प्लान आ रहे काम?
MP Assembly Elections 2023: टिकट की टंकार..सियासत धुंआधार! क्या दलों के डैमेज कंट्रोल के प्लान आ रहे काम?
भोपाल। MP Assembly Elections 2023 क्या मध्यप्रदेश कांग्रेस में ऑल इज़ वेल है। क्या कांग्रेस के दो सबसे बड़े रणनीतिकारों में ठन गई है। क्या टिकट वितरण के बाद उठ रहे विरोध के स्वर से कांग्रेस के दो पूर्व मुख्यमंत्री परेशान हैं। ये सारे सवाल उठ रहे हैं कि पीसीसी चीफ कमलनाथ के एक बयान के बाद जिसमें वो दावेदारों से दिग्गी राजा के कपड़े फाड़ने की बात कही तो दिग्गी ने भी करारा जवाब देने में देर नहीं की। उधर कांग्रेस की अंदरुनी कलह पर बीजेपी तगड़ी घेराबंदी कर रही है।
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MP Assembly Elections 2023 कमलनाथ के इस वीडियो को देखिए और अंदाजा लगाइए कि क्या वाकई कांग्रेस में सब कुछ ठीक है। वो भी तब जब चुनाव सिर पर हैं। वोटिंग के लिए सिर्फ 30 दिन बचे हैं। एक तरफ कांग्रेस को जहां एक फ्रंट पर नज़र आना चाहिए था। तब एक दूसरे के कुर्ते फाड़े जा रहे हैं। टिकट में हुई गड़बड़ी का जिम्मेदार एक दूसरे को ठहराया जा रहा।
खुलकर वो लड़ रहे हैं जिनके कंधों पर जीत का जिम्मा है। यानि कांग्रेस के सबसे बड़े दो नेता कमलनाथ औऱ दिग्विजय सिंह फिलहाल कमलनाथ के वीडियो को देखने के बाद तमतमाए दिग्गी राजा ने सुबह ट्वीट कर कमलनाथ को खुलेआम जवाब दे दिया। कुछ ही देर बाद वचनपत्र जारी करने के दौरान दोनों का जब एक दूसरे से सामना हुआ तो मिजाज ही बदल गए। कमलनाथ कहने लगे कि दिग्विजय सिंह को मैंने गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी दे रखी है। मेरे हिस्से का विष भी दिग्गी राजा ही पीएंगे।
दरअसल दोनों नेताओं के मतभेद अब खुलकर सामने हैं। भले ही मंच पर दोनों नेताओं ने शालीनता से एक दूसरे का हमदर्द होने के दावे किए। लेकिन ये तय है कि दोनों के बीच मतभेद तो हैं ही। खैर दिग्विजय सिंह ये कहते हैं कि कुछ मुद्दों को लेकर दोनों के बीच मतभेद ज़रुर हैं लेकिन कम से कम मनभेद तो नहीं यानि ये बात साफ है कि टिकट को लेकर दोनों असंतुष्ट हैं। हालांकि कांग्रेस के प्रत्याशियों की पहली सूची देखकर ये साफ है कि टिकट वितरण में दिग्गी राजा औऱ कमलनाथ दोनों की ही चली है। फिर किस बात को लेकर दोनों के बीच विरोध है। इसकी चर्चा सियासी गलियारों में अब तेज़ी से होने लगी है। बीजेपी को बड़ा मौका हाथ लगा है,बीजेपी जानती है कि दिग्विजय सिंह ही वो शख्स हैं जिनके जरिए पूरी कांग्रेस को जनता की अदालत के कठघरे में खड़ा किया जा सकता है। सो बीजेपी ने बिना देरी किए सोशल मीडिया से लेकर हर फ्रंट पर घेराबंदी शुरु कर दी है।
जाहिर है कुर्ता फाड़ने वाले वीडियो के जरिए बीजेपी माहौल बनाएगी। कांग्रेस भी बीजेपी की रणनीति को समझ चुकी है, लिहाजा आज मंच से सब कुछ ऑल इज वेल होने के इशारा कांग्रेस ने कर दिया है, लेकिन दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच ठन चुकी है। सवाल ये है कि क्या दोनों नेताओं के बीच के मतभेद और खुलकर सामने आएंगे। या फिर दोनों के बीच की अदावत का सिलसिला यहीं खत्म हो जाएगा।

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