बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए सम्मानजनक सीटों की मांग कर रहा हूं, दावा नहीं : मांझी
बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए सम्मानजनक सीटों की मांग कर रहा हूं, दावा नहीं : मांझी
पटना, 15 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने सोमवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के लिए सीटों को लेकर कोई दावा नहीं किया है, बल्कि केवल ‘‘सम्मानजनक हिस्सेदारी’’ की मांग रखी है।
पत्रकारों से बातचीत में मांझी ने कहा कि उनके हालिया बयान को गलत अर्थ में लिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी दावा नहीं किया, केवल इतना कह रहा हूं कि राजग गठबंधन में रहते हुए हमारी पार्टी को सम्मानजनक सीटें मिलें।’’
उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि स्थापना के 10 वर्ष बाद भी उनकी पार्टी अब तक मान्यता प्राप्त दल का दर्जा हासिल नहीं कर सकी।
जब उनसे यह पूछा गया कि ‘‘सम्मानजनक हिस्सेदारी’’ से उनका तात्पर्य कितनी सीटों से है, तो उन्होंने कहा कि यह संख्या 15 या 20 कुछ भी हो सकती है।
रविवार को मांझी ने अपने लोकसभा क्षेत्र गया में कहा था कि इस बार का विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी के लिए ‘‘करो या मरो’’ की स्थिति है, क्योंकि मान्यता प्राप्त पार्टी बनने के लिए 243 सदस्यीय सदन में कम से कम आठ विधायकों की जीत या छह प्रतिशत मतों की आवश्यकता है।
गौरतलब है कि मांझी 2015 में पार्टी की स्थापना के बाद से समय-समय पर राजग और महागठबंधन के बीच अपनी स्थिति बदलते रहे हैं, हालांकि पिछले कुछ चुनावों में उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है।
वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने सात सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से चार पर जीत दर्ज की थी।
प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने मांझी के बयान पर कहा, ‘‘मांझी महज 24 घंटे के भीतर ही अपने रुख से पीछे हट गए। वह पहले ही अपनी हैसियत से ज्यादा का लाभ ले रहे हैं। उनके बेटे संतोष सुमन राज्य सरकार में मंत्री रहे हैं और अब खुद मांझी केंद्रीय मंत्री हैं।
भाषा कैलाश रंजन
रंजन

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