बिहार विधानसभा सत्र का अंतिम दिन : मार्शल बुलाकर सदन से बाहर किए गए भाकपा (माले) के विधायक

बिहार विधानसभा सत्र का अंतिम दिन : मार्शल बुलाकर सदन से बाहर किए गए भाकपा (माले) के विधायक

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  • Publish Date - March 31, 2022 / 06:44 PM IST,
    Updated On - November 28, 2022 / 10:15 PM IST

पटना, 31 मार्च (भाषा) बिहार विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दिन बृहस्पतिवार को भाकपा (माले) के सभी विधायकों को राज्य में बिगडती कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता के मुद्दों पर कार्यवाही रोकने की कोशिश करने पर सदन से मार्शलों के जरिए निकाला गया।

बिहार विधानसभा की पूवार्ह्न 11 बजे कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनटों के भीतर असन के समक्ष आए विधायकों के अपनी सीट पर लौटने से इनकार करने पर अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मार्शलों को बुलाया और उक्त कठोर कार्रवाई का आदेश देने से पहले कहा, ‘‘आपका आचरण सदन की गरिमा के खिलाफ है। ऐसे में आप सदन से बाहर किए जाने के योग्य हैं।’’

भाकपा (माले) के बिहार विधानसभा में वर्तमान में एक दर्जन सदस्य हैं।

सदन से निकाले जाने के बाद भाकपा (माले) के विधायक जो सदन परिसर में धरने पर बैठ गए थे, ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता के मुद्दे पर ‘‘जीरो टालेरेंस’’ की घोषणा की कलई खुल चुकी है।

उन्होंने अपने दावे को पुष्ट करने के लिए कई हालिया उदाहरणों का हवाला दिया जिसमें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का भड़काऊ बयान शामिल है कि उनके द्वारा अपने लोकसभा क्षेत्र बेगूसराय में हिंदु समुदाय के लोगों का ‘‘उत्पीड़न’’ किए जाने का आरोप लगाया जाना भी शामिल था।

उन्होंने मुख्यमंत्री की पार्टी जदयू के नेताओं की हत्याओं का भी उल्लेख किया जिनमें से एक की दो दिन पहले पटना के दानापुर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और दूसरे की पिछले महीने समस्तीपुर में संदिग्ध गौरक्षकों द्वारा हत्या कर दी गई थी।

इस बीच, धरने पर बैठने के दौरान भाकपा (माले) के विधायक सुदमा प्रसाद की अचानक तबियत बिगड़ गई। बताया जाता है कि धूप में बैठने की वजह से उनकी तबियत बिगड़ गई जिसके बाद वे जमीन पर ही लेट गए।

विधायक की तबियत बिगड़ते देख विधानसभा में मौजूद चिकित्सकों को तत्काल बुलाया गया जिसके बाद एंबुलेंस के जरिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया।

बिहार के मंत्री श्रवण कुमार ने सदन को बताया कि आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य में अपराध का ग्राफ नियंत्रण में है और दावा किया कि अपराध की किसी भी घटना पर प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाती है।

हालांकि, राष्ट्रीय जनता दल (जद) नेता भाई वीरेंद्र द्वारा अपने सहयोगी दल भाकपा (माले) की ओर से खेद व्यक्त करने पर भोजनावकाश के बाद सदन से निकाले गए विधायकों को वापस बुला लिया गया।

भाषा अनवर धीरज

धीरज