BJP Announcement for Muslims: मुसलामानों को लेकर BJP का बड़ा ऐलान.. बिहार चुनाव से पहले लिया बड़ा फैसला, क्या मिलेगा भगवा दल को समर्थन?

बिहार की राजनीति में पसमांदा मुसलमानों की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे: भाजपा

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  • Publish Date - June 30, 2025 / 08:04 PM IST,
    Updated On - July 2, 2025 / 08:22 AM IST

BJP Announcement for muslim voters of bihar || Image- IBC24 news File

HIGHLIGHTS
  • भाजपा पसमांदा मुसलमानों की राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करेगी
  • पसमांदा मुसलमान बिहार में मुस्लिम आबादी का 70% हैं
  • सम्मेलन में कई पसमांदा मुस्लिम नेता भाजपा में शामिल हुए

BJP Announcement for muslim voters of bihar: पटना: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी आने वाले समय में राज्य की राजनीति में ‘पसमांदा मुसलमानों’ की भागीदारी सुनिश्चित करेगी।

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पसमांदा मुसलमानों को राज्य की राजनीति में शामिल करने की घोषणा इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों से पहले की गई। पसमांदा मुसलमान बिहार की कुल मुस्लिम आबादी में 70 प्रतिशत से अधिक हैं। पसमांदा में पिछड़े, दलित और आदिवासी मुसलमान शामिल हैं।

जायसवाल ने समुदाय के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘बिहार में हमेशा मुसलमानों के नाम पर राजनीति की जाती रही है लेकिन पसमांदा मुसलमानों के उत्थान के लिए कभी कोई वास्तविक प्रयास नहीं किया गया। भाजपा आने वाले समय में राज्य की राजनीति में पसमांदा मुसलमानों की भागीदारी सुनिश्चित करेगी।’’

जायसवाल ने कहा कि भाजपा की अनूठी विशेषता सभी धर्मों, समुदायों और समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की उसकी प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के नारे के साथ काम करती है।’’

BJP Announcement for muslim voters of bihar: किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना जायसवाल ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमानों के नाम पर लंबे समय से राजनीति होती रही है, लेकिन पसमांदा मुसलमानों के उत्थान के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।

उन्होंने दावा किया कि पसमांदा शब्द का मतलब ही है ‘जो पीछे छूट गए’, लेकिन किसी ने उन्हें आगे लाने की कोशिश नहीं की और उन्हें लगातार भेदभाव का सामना करना पड़ा।

उन्होंने कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें उन पार्टियों द्वारा कभी भी राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया, जिन्होंने अपने राजनीतिक लाभ के लिए उनके वोट बैंक का इस्तेमाल किया।’ जायसवाल ने दावा किया कि वोट बैंक की राजनीति ने पसमांदा मुसलमानों का जीवन दयनीय बना दिया है।

प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने कहा कि राज्य में पसमांदा मुसलमान कुल मुस्लिम आबादी का 70 से 80 प्रतिशत हैं, फिर भी वे पिछड़े हैं। उन्होंने दावा किया कि वोट बैंक की राजनीति ने पसमांदा मुसलमानों को बर्बाद कर दिया है।

BJP Announcement for muslim voters of bihar: इकबाल ने कहा, ‘‘ विडंबना यह है कि उनका शोषण उनके ही उच्च वर्ग ने किया फिर भी इस पर कभी खुलकर बात नहीं की गई। आज भी उन्हें समान अधिकारों से वंचित रखा जाता है और उन्हें हेय नजर से देखा जाता है। यह पूरा वर्ग हाशिए पर है। भेदभाव की जड़ें इतनी गहरी हैं कि वे कभी आगे नहीं बढ़ पाए।’’

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उन्होंने कहा कि हालांकि, जब से केंद्र और बिहार दोनों जगहों पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक सरकार सत्ता में आई है तब से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से उनके विकास को सुनिश्चित करने के प्रयास किए गए हैं। सम्मेलन में पसमांदा मुस्लिम समुदाय के कई लोग भाजपा में शामिल हुए। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।

❓ प्रश्न 1: पसमांदा मुसलमान कौन होते हैं और इनकी जनसंख्या कितनी है?

✅ उत्तर: पसमांदा मुसलमान वे मुस्लिम समुदाय हैं जो सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े माने जाते हैं। इनमें दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के मुसलमान शामिल होते हैं। बिहार में पसमांदा मुसलमानों की संख्या 70-80% के बीच है।

❓ प्रश्न 2: BJP ने पसमांदा मुसलमानों के लिए क्या घोषणा की है?

✅ उत्तर: BJP ने कहा है कि वह आगामी समय में पसमांदा मुसलमानों की राजनीति में भागीदारी सुनिश्चित करेगी। साथ ही, उनके उत्थान के लिए प्रयास करेगी, जिन्हें अब तक अन्य दलों द्वारा केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया।

❓ प्रश्न 3: BJP के इस कदम का मकसद क्या है?

✅ उत्तर: इस कदम का उद्देश्य पसमांदा समुदाय को राजनीतिक प्रतिनिधित्व देना, भेदभाव से बाहर निकालना और उन्हें ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से जोड़कर मुख्यधारा में लाना है। यह रणनीति आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर बनाई गई है।