RJD’s big announcement: ‘ताड़ी को नहीं माना जाएगा शराब.. शराबबंदी के नियमों से किया जाएगा बाहर’.. जानें किसने किया आम लोगों से वादा

बिहार में विधानसभा चुनाव इसी साल अक्टूबर-नवंबर में संभावित हैं। हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक आधिकारिक तारीखों की घोषणा नहीं की है। लेकिन चुनाव से पहले तेजस्वी यादव के इस ऐलान ने बिहार की सियासत को गर्मा दिया है।

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  • Publish Date - March 6, 2025 / 11:52 PM IST,
    Updated On - March 6, 2025 / 11:52 PM IST

RJD's big announcement on Sharabbandi || Image- IBC24 News File

HIGHLIGHTS
  • तेजस्वी यादव का वादा: सत्ता में आने पर ताड़ी को शराबबंदी कानून से मुक्त करेंगे
  • शराबबंदी कानून की आलोचना: दलितों और पिछड़ों के लिए नुकसानदायक, लाखों जेल में
  • जहरीली शराब से मौतों के लिए सरकार जिम्मेदार: तेजस्वी यादव का आरोप

RJD’s big announcement on Sharabbandi: पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने एक अहम घोषणा की है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो ताड़ी को बिहार के शराबबंदी कानून से हटा दिया जाएगा। उन्होंने यह ऐलान पासी समुदाय के लोगों से बातचीत के बाद किया है, जो पारंपरिक रूप से ताड़ी निकालने और बेचने का काम करते रहे हैं।

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तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “हमारी सरकार बनने के बाद हम ताड़ी को बिहार मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क अधिनियम-2016 से बाहर कर देंगे। इससे पासी समाज के लोगों की आजीविका पर कोई खतरा नहीं रहेगा और उन्हें बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा।”

शराबबंदी कानून पर हमला

RJD’s big announcement on Sharabbandi: तेजस्वी यादव ने बिहार में लागू शराबबंदी कानून की आलोचना करते हुए इसे गरीब और पिछड़े वर्ग के लिए नुकसानदायक बताया। उन्होंने कहा कि इस कानून की वजह से लाखों लोगों को जेल भेजा गया है और इसमें सबसे ज्यादा दलित व पिछड़ा वर्ग प्रभावित हुआ है। उन्होंने लिखा, “अब तक करीब 12 लाख 80 हजार लोगों को शराबबंदी कानून के तहत जेल भेजा गया है, जिनमें 98-99% लोग दलित और पिछड़े समाज से हैं। यह कानून गरीबों को सताने का एक जरिया बन चुका है।”

जहरीली शराब से मौतों के लिए सरकार को ठहराया जिम्मेदार

राजद नेता ने बिहार में जहरीली शराब से होने वाली मौतों के लिए भी राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बावजूद बिहार में अवैध शराब का धंधा फल-फूल रहा है और नकली शराब पीने से हजारों लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा, “एक अनुमान के मुताबिक, अब तक दो हजार से ज्यादा लोग जहरीली शराब के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। यह सीधे तौर पर सरकार की नाकामी है।”

कोर्ट की टिप्पणी का हवाला

RJD’s big announcement on Sharabbandi: शराबबंदी कानून को लेकर तेजस्वी यादव ने अदालत की एक टिप्पणी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बिहार मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क अधिनियम 2016 अपने असली उद्देश्य से भटक चुका है और अब यह पुलिस के लिए भ्रष्टाचार का जरिया बन गया है। उन्होंने कहा, “अदालत ने खुद माना है कि यह कानून अब तस्करों और पुलिस की मिलीभगत को बढ़ावा दे रहा है। कानून से बचने के लिए नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं।” तेजस्वी यादव ने बिहार में बढ़ते अपराधों के लिए भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद अपराधियों को जेल से बाहर निकालने के लिए नए नियम बना रहे हैं, जिससे प्रदेश में अपराध बढ़ रहा है।

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चुनाव की तैयारियां तेज

बिहार में विधानसभा चुनाव इसी साल अक्टूबर-नवंबर में संभावित हैं। हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक आधिकारिक तारीखों की घोषणा नहीं की है। लेकिन चुनाव से पहले तेजस्वी यादव के इस ऐलान ने बिहार की सियासत को गर्मा दिया है।

क्या ताड़ी बिहार में अवैध है?

हां, बिहार मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क अधिनियम-2016 के तहत ताड़ी को भी शराब की श्रेणी में रखा गया है, जिससे इसकी बिक्री और खपत अवैध है।

तेजस्वी यादव ने ताड़ी को लेकर क्या घोषणा की है?

तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर राजद सत्ता में आती है तो ताड़ी को शराबबंदी कानून से हटा दिया जाएगा, जिससे पासी समुदाय के लोगों की आजीविका प्रभावित न हो।

बिहार में शराबबंदी कानून से कौन से वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं?

तेजस्वी यादव के अनुसार, इस कानून के तहत अब तक 12.8 लाख लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 98-99% लोग दलित और पिछड़े वर्ग से आते हैं।

क्या बिहार में शराबबंदी पूरी तरह सफल हुई है?

नहीं, शराबबंदी के बावजूद बिहार में अवैध शराब का धंधा जारी है और जहरीली शराब से अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है।

क्या चुनाव से पहले ताड़ी को लेकर राजनीतिक बहस तेज होगी?

हां, इस मुद्दे को लेकर बिहार की राजनीति गरमा सकती है, क्योंकि यह सामाजिक और आर्थिक दोनों स्तरों पर प्रभाव डालने वाला विषय है।