Devraj patel passed away: मेरा बुलेटिन चल रहा था, अचानक एक सहयोगी ने बताया कि देवराज पटेल का सड़क हादसे में निधन हो गया है, खबर ब्रेक करने से पहले कन्फर्म किया, और फिर सच्चाई तो सच्चाई होती है, आपको स्वीकार करना ही होता है, मेरा देवराज पटेल से कोई निजी संबंध नहीं था, और न मैं उनका सब्सक्राइबर था, कुछ दिनों पहले एक सीएम भूपेश बघेल के साथ मोर कका वाला वीडियो देखा था, तो स्वाभाविक रूप से चेहरे पर एक मुस्कान आ गई थी, एक प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के मालिक थे देवराज पटेल, और उनकी वीडियो को देखकर लगता है कि वो एक जिंदादिल शख्स भी रहे होंगे, नियति क्रूर होती है, और ऐसा ही कुछ देवराज पटेल के साथ हुआ, उनको अभी बहुत कुछ करना बाकी था, जो अब नहीं हो पाएगा, और सिर्फ देवराज पटेल का ही निधन नहीं हुआ है, छत्तीसगढ़ ने अपना अमूल्य धन खो दिया है, एक परिवार की उम्मीदों को ट्रक ने कुचल दिया है, हजारों प्रशंसकों की मुस्कारहट को एक माल वाहक हमेशा के लिए विदा कर दिया है, और इन सबसे ज्यादा, एक शख्स-एक प्रतिभा-एक सितारा, जो संघर्ष करते हुए भी मुस्कुराना जानता था, लोगों को हंसाने का हुनर जानता था, यानि एक लाजवाब इंसान को एक लापरवाही ने वक्त से पहले ही कहीं सितारों के बीच लापता कर दिया, कहीं पढ़ा था, किसी और के लिए लिखा गया था, और मैं देवराज पटेल के लिए लिखना चाहता हूं……
‘सितारों में जा मिला एक सितारा’