कुपोषण, मौत, गैंगरेप..कैसे बचेगी बेटियां? विपक्ष ने उठाया सवाल, एक तरफ तो कन्या पूजन..दूसरी तरफ बालिकाएं अपराध का शिकार | Malnutrition, death, gang rape... how will daughters survive? The opposition raised the question

कुपोषण, मौत, गैंगरेप..कैसे बचेगी बेटियां? विपक्ष ने उठाया सवाल, एक तरफ तो कन्या पूजन..दूसरी तरफ बालिकाएं अपराध का शिकार

कुपोषण, मौत, गैंगरेप..कैसे बचेगी बेटियां? विपक्ष ने उठाया सवाल, एक तरफ तो कन्या पूजन..दूसरी तरफ बालिकाएं अपराध का शिकार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:51 PM IST, Published Date : October 12, 2021/10:58 pm IST

भोपाल। एक दिन पहले 11 अक्टूबर को जब दुनिया इंटरनेशल गर्ल चाइल्ड डे मना रही थी…ठीक उसी दिन मध्यप्रदेश के शिवपुरी में ढाई साल की बच्ची की कुपोषण से मौत..और राजधानी भोपाल में एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप की घटना हो जाती है…इन दोनों घटनाओं के बाद सवाल उठ रहा है कि..क्या एमपी में वाकई बेटियां सुरक्षित नहीं है..क्योंकि NCRB की रिपोर्ट भी बताती है कि बच्चियों के लिए सबसे असुरक्षित है मध्यप्रदेश.. बहरहाल शिवपुरी और भोपाल की घटना के बाद सियासत भी चरम पर है..

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बुरहानपुर में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 501 कन्याओं का पूजन कर उपचुनाव के प्रचार अभियान का आगाज किया.. जिसपर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए निशाना साधा कि…एक तरफ चुनावी क्षेत्रों में भाजपा का कन्या पूजन कार्यक्रम जारी.. दूसरी तरफ़ प्रदेश में नवरात्रि पर्व में बहन- बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएँ निरंतर जारी..शिवपुरी के कोलारस में कुपोषित आदिवासी परिवार की मासूम लक्ष्मी की दुखद मौत, परिवार भटकता रहा इलाज नहीं मिला.. ये है भाजपा का सेवा, समर्पण, जनकल्याण सुराज व कन्या पूजन अभियान..?

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दरअसल कमलनाथ के इस ट्वीट की वजह… इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे के मौके पर शिवपुरी और राजधानी भोपाल की ये दो तस्वीरें हैं.. पहली तस्वीर शिवपुरी की..जहां कुपोषण की वजह से एक ढाई साल की मासूम ने दम तोड़ दिया..बच्ची के माता-पिता का आरोप है कि वो अपनी बच्ची लक्ष्मी का इलाज कराने वो 3 दिन तक कोलारस अस्पताल में भटकते रहे, लेकिन किसी ने भी सुध नहीं ली.. दूसरी ओर राजधानी भोपाल में एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई.. इन दोनों ही घटनाओँ को लेकर कांग्रेस ने अब शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है…

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कांग्रेस के आरोपों को NCRB के आंकड़े भी सही ठहरा रहे हैं…NCRB की रिपोर्ट पर नज़र डालें तो मध्यप्रदेश में बच्चों के खिलाफ रेप की 3259 घटनाएं घटी हैं…इसके साथ गर्भपात, नवजातों का परित्याग और भ्रूणहत्या के 271 मामले सामने आए हैं जो देश में सबसे अधिक हैं…वहीं बच्चों के खिलाफ अपराध की बात करें तो एमपी में 11,322 मामले दर्ज हुए हैं…

NCRB की रिपोर्ट कहती है कि एमपी में 2020 तक कुल 14.5 हजार नाबालिग बच्चे लापता हुए हैं…इनमें 8751 नाबालिग बच्चे 2020 में लापता हुए हैं..जिसमें 7230 नाबालिग लड़कियां हैं…पिछले साल बच्चों के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा मामले भी एमपी में दर्ज हुए हैं.. 2020 में यहां 17008 मामले दर्ज हुए हैं…

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ऐसा तब हो रहा है जब मध्यप्रदेश की कुल साढ़े 7 करोड़ की आबादी में से तीन करोड़ की आबादी सिर्फ बच्चों की ही है… चूंकि चुनाव का वक्त है तो कांग्रेस भी मध्यप्रदेश को देश की क्राइम कैपिटल बताकर जबरदस्त माहौल बनाने की कोशिश कर रही है…हालांकि बीजेपी भी अपने बचाव तर्क दे रही है…

बहरहाल 14 अक्टूबर यानी नवमी’ के दिन को CM शिवराज सिंह चौहान कन्याओं से संवाद भी करने जा रहे हैं..इस कार्यक्रम में बीजेपी उपचुनाव वाले क्षेत्रों पर फोकस करेगी..लेकिन शिवपुरी और राजधानी भोपाल मे जो कुछ घटा है…उसे लेकर उपचुनवा में कांग्रेस आक्रामक अंदाज में बीजेपी और सरकार को घेरेगी ये तो तय है।