Spit Free Food campaign : तिरुवंतपुरम। सोशल मीडिया पर कुछ समूह इस तरह सक्रिय हुए हैं। जो गैर-मुसलमानों के स्वामित्व वाले केरल के रेस्तरां की सूची शेयर कर रहे हैं। इसमें ‘थूक मुक्त’ Spit Free Food भोजन परोसने की बात कही गई है। यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। कुछ ईसाई समूहों द्वारा कथित तौर पर सोशल मीडिया पर इस लिस्ट को साझा किया जा रहा है।
‘सोल्जर्स ऑफ क्रॉस’ नाम के एक प्रमुख सोशल मीडिया ग्रुप ने भी विभिन्न इलाकों में होटलों की एक सूची साझा करते हुए कहा कि वे स्वच्छ भोजन परोसते हैं। व्हाट्सएप, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सूचियों को व्यापक रूप से प्रसारित किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें: संकाय की भर्तियों में आरक्षण के लिए दायर याचिका पर केंद्र और आईआईटी को न्यायालय का नोटिस
कोझिकोड में रेस्तरां के पैरागॉन समूह ने कहा, “हमें पहले पता नहीं था कि हमारे नाम का उपयोग करके क्या हो रहा था। हम आठ दशकों से अधिक समय से सभी जातियों और पंथों के लोगों को भोजन परोस रहे हैं। हम नहीं जानते कि इसके पीछे कौन है। हमें यकीन नहीं हो रहा है। धार्मिक असहिष्णुता या व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता से उकसाया गया है। हमने अब पुलिस से संपर्क किया है।”
ये भी पढ़ें: दक्षिणी मुंबई में नकली नोट छापने के आरोप में व्यक्ति गिरफ्तार
दरअसल, इस विवाद को जन्म देने वाले वीडियो में एक शख्स को खाने में ‘उड़ते’ देखा गया है। इसे ‘फातिहा जलाना’ रस्म का हिस्सा होने का दावा किया गया था। वीडियो में दिख रहे व्यक्ति की पहचान उल्लाल क़ाज़ी फ़ज़ल कोयम्मा थंगल के रूप में हुई है और यह अवसर केरल के पय्यानुर में तजुल उलमा दरगाह में ‘उरोस’ का था।
हालांकि, मुसलमानों का एक वर्ग भी इस प्रथा के खिलाफ सामने आया है। कुछ मुस्लिम मौलवियों ने कहा कि धार्मिक समारोहों के दौरान केवल मौलवियों के एक वर्ग द्वारा उड़ाने या थूकने की प्रथा का पालन किया जाता है। वह भी निजी अवसरों पर।