IPS Officer Extension Order: बिहार के इस तेजतर्रार IPS को मिला दो सालो का सेवा विस्तार.. कभी लालू के ख़ास, माफिया शहाबुद्दीन का कर दिया था जीना मुश्किल..

IPS Officer Extension Order: साल 2004 में सिवान में बहुचर्चित तेजाब कांड हुआ। इस कांड में तीन लोगों को तेजाब से जिंदा जलाकर मारने का आरोप माफिया डॉन शाहबुद्दीन पर लगा। उस वक्त जिले के पुलिस अधीक्षक थे रत्न संजय कटियार। माफिया के खौफ से बिना डरे रत्न संजय सिंह छापेमारी करने के लिए सीधे उसके मांद में घुस गए।

IPS Officer Extension Order: बिहार के इस तेजतर्रार IPS को मिला दो सालो का सेवा विस्तार.. कभी लालू के ख़ास, माफिया शहाबुद्दीन का कर दिया था जीना मुश्किल..

IPS Officer Extension Order || Image- Bureaucrats Media File

Modified Date: November 29, 2025 / 03:34 pm IST
Published Date: November 29, 2025 3:34 pm IST
HIGHLIGHTS
  • केंद्र ने दिया दो साल एक्सटेंशन
  • शाहबुद्दीन से भिड़े बहादुर IPS
  • रत्न संजय की निडर छवि चर्चित

IPS Officer Extension Order: नई दिल्ली: केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर तैनात बिहार कैडर के, 1998 बैच के आईपीएस अफसर रत्न संजय कटियार ने बिहार में तैनाती के दौरान काफी सुर्खिया बटोरी थी, तो वही अब जब वे केंद्र में डेप्यूट है तो भी वह काफी चर्चा में है। दरअसल केंद्र की मोदी सरकार ने उन्हें दो साल का एक्सटेंशन दे दिया है। आईपीएस रत्न संजय फिलहाल एसएसबी में आईजी के तौर पर सेवारत है।

IPS Ratna Sanjay Katiyar Extension Order: कौन है IPS रत्न संजय कटियार?

बता दें कि रत्न संजय की पत्नी निमिषा एक आईआरएस अफसर हैं। दोनों की मुलाकत सिविल सर्विस परीक्षा की पढ़ाई करते वक्त ही हुई थी। हालांकि इन सब पहचान से अलग आईपीएस रत्न संजय कटियार की पहचान एक निडर अफसर की भी है।

Shahabuddin Acid Case IPS Officer: जब शहाबुद्दीन से हुई थी भिड़ंत

IPS Officer Extension Order: कभी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी रहे मोहम्मद शाहबुद्दीन को घुटने पर लाने वाले आईपीएस रत्न संजय को आज बिहार का सुपर कॉप यूं ही नहीं कहा जाता। एक वक्त था जब सिवान, छपरा, गोपालगंज ही नहीं बल्कि पूरे बिहार और पूर्वांचल के इलाकों में मोहम्मद शाहबुद्दीन के नाम का सिक्का चलता था। कहा जाता है कि शाहबुद्दीन ने कई बड़े अपराध कर राजनीतिक सरपरस्ती हासिल की थी और कोई भी पुलिसवाला शाहबुद्दीन की इजाजत के बिना उसके घर तो क्या उसके इलाके में भी नहीं घुस सकता था।

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साल 2004 में सिवान में बहुचर्चित तेजाब कांड हुआ। इस कांड में तीन लोगों को तेजाब से जिंदा जलाकर मारने का आरोप माफिया डॉन शाहबुद्दीन पर लगा। उस वक्त जिले के पुलिस अधीक्षक थे रत्न संजय कटियार। माफिया के खौफ से बिना डरे रत्न संजय सिंह छापेमारी करने के लिए सीधे उसके मांद में घुस गए। तभी थे वह बिहार के सब निडर आईपीएस के तौर पर गिने जाते है। उनके इसी बहादुरी की वजह से रत्न संजय मोदी सरकार के सबसे काबिल अफसरों में गिने जाते है।

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