एयर इंडिया के मृत देह की सुरक्षा जांच पर जोर देने के कारण हो रहा है कष्ट: समुदाय

एयर इंडिया के मृत देह की सुरक्षा जांच पर जोर देने के कारण हो रहा है कष्ट: समुदाय

  •  
  • Publish Date - September 29, 2020 / 05:56 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:55 PM IST

(ललित के झा)

वाशिंगटन, 29 सितंबर (भाषा) अमेरिका में भारतीय समुदाय के प्रमुख नेताओं ने कहा है कि एयर इंडिया के द्वारा भारत वापस लाने के लिए मृत देह की अनिवार्य सुरक्षा जांच पर जोर देने के चलते लोगों को कष्ट हो रहा है और पूरी प्रक्रिया धार्मिक तथा सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति असंवेदनशील है।

मृत देह को ले जाने और अमेरिकी में हवाई अड्डों की सुरक्षा से परिचित सरकारी अधिकारियों ने कहा कि एयर इंडिया एकमात्र विमानन कंपनी है, जो मृत देह की सुरक्षा जांच पर जोर देती है।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘‘एयर इंडिया को छोड़कर दूसरी कोई विमानन कंपनी ऐसी जांच नहीं करती है।’’साथ ही उन्होंने बताया कि संघीय नियमों और अमेरिकी हवाई अड्डों के सुरक्षा प्रोटोकॉल में ऐसा कोई अनिवार्य प्रावधान नहीं है।

कई भारतीय अपनी उंगलियों में अंगूठी या दूसरे ऐसे आभूषण पहनते हैं, जिन्हें धार्मिक और सांस्कृतिक कारणों से मृत्यु के बाद भी नहीं हटाया जाता। महिलाओं के मामले में ऐसा खासतौर से होता है। ऐसे में मृत देह की स्कैनिंग प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा चेतावनी आ जाती है।

ज्यादातर मामलों में एयर इंडिया के सुरक्षा अधिकारी उन्हें हटाने पर जोर देते हैं, जिसके चलते शव को दोबारा शव गृह ले जाना पड़ता है। कुछ मामलों में एयर इंडिया के सुरक्षा अधिकारी धोती या साड़ी को हटाने पर भी जोर देते हैं, जिनमें कई बार सोने या दूसरी धातुओं की परत चढ़ी होती है। इसके बाद ही विमान के मालवाहक खंड के जरिए शव को ले जाने की अनुमति मिलती है।

अमेरिका के सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम भंडारी ने मुद्दे पर नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप सिंह खारोला को एक पत्र भी लिखा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह चौंकाने वाली बात है कि हमारा अपना एयर इंडिया धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से असंवेदनशील है।’’

भंडारी ने कहा, ‘‘डीएचएस (गृह सुरक्षा विभाग) में स्थानीय अधिकारियों से मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि अमेरिका में प्राकृतिक कारणों से मृत्यु के मामलों में किसी भी देश में ले जाने या किसी भी एयरलाइंस से ले जाने के लिए टीएसए (परिवहन और सुरक्षा प्रशासन) द्वारा मृत देह की स्कैनिंग अनिवार्य नहीं है।’’

पत्र में उन्होंने कहा कि पेंसिल्वेनिया में अर्श विद्या गुरुकुलम के उपाध्यक्ष स्वामी प्रत्यज्ञबोधानंद के अनुयायियों को पिछले सप्ताह न्यू जर्सी के नेवार्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ऐसा ही कुछ कष्टप्रद अनुभव हुआ था।

गुरुकुलम ने एयर इंडिया द्वारा मृत देह के परिवहन में अपनाई जा रही प्रक्रिया पर गहरी निराशा व्यक्त की थी।

भाषा पाण्डेय

पाण्डेय