एप्पल ने नोएडा में खोला अपना नया स्टोर, भारत में खुदरा विस्तार पर नजर

एप्पल ने नोएडा में खोला अपना नया स्टोर, भारत में खुदरा विस्तार पर नजर

  •  
  • Publish Date - December 9, 2025 / 07:19 PM IST,
    Updated On - December 9, 2025 / 07:19 PM IST

नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी एप्पल ने भारत के तेजी से मजबूत होते खुदरा बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए नोएडा में एक नया स्टोर खोला है। यह भारत में कंपनी का पांचवा स्टोर है।

एप्पल की उपाध्यक्ष (स्टोर एवं खुदरा परिचालन) वनेसा ट्रिगब ने कहा कि कंपनी हर नए स्टोर के खुलने पर अविश्वसनीय ऊर्जा और उत्साह देख रही है। इसे देखते हुए कंपनी अगले साल मुंबई में एक और स्टोर खोलेगी।

एप्पल ने पहले खोले गए मुंबई और दिल्ली के स्टोर के अलावा इस साल बेंगलुरु और पुणे में भी अपने स्टोर खोले हैं।

ट्रिगब ने कहा कि नए स्टोर के लिए नोएडा को इसलिए चुना गया क्योंकि यहां छात्रों, रचनाकारों और उद्यमियों का जीवंत और तेजी से बढ़ता समुदाय है। उन्होंने कहा कि यह स्टोर एक ऐसी जगह के रूप में डिजाइन किया गया है, जहां रचनात्मकता और प्रौद्योगिकी आपस में मिलती हैं।

उन्होंने कहा, ”आप महसूस कर सकते हैं कि लोग ऐसी जगह को कितना महत्व देते हैं, जहां वे हमारे उत्पादों का अनुभव कर सकें, नए कौशल सीख सकें, जरूरी मदद पा सकें, और उन लोगों से जुड़ सकें जो रचना करना पसंद करते हैं। इस नजरिये के आधार पर ही हमने अपनी अगली जगह चुनी है।”

उन्होंने कहा, ”एप्पल नोएडा स्टोर की शुरुआत देशभर में दिख रही गति को बढ़ाती है और इस क्षेत्र में हमें ग्राहकों के और करीब लाया है।”

ट्रिगब ने कहा, ”हम लगातार नवाचार कर रहे हैं ताकि कहीं भी मौजूद ग्राहकों तक पहुंचा जा सके। हम अपने ऑनलाइन और भौतिक स्टोर को एक निर्बाध खरीदारी अनुभव प्रदान करने के रूप में देखते हैं।”

एप्प्ल की व्यापक खुदरा दृष्टि पर चर्चा करते हुए ट्रिगब ने कहा कि हर नया स्टोर कंपनी के भारतीय ग्राहकों के साथ संबंधों को मजबूत करता है, जो अब स्टोर पर सिर्फ उत्पाद खरीदने ही नहीं, बल्कि सीखने, खोज करने और यह जानने जाते हैं कि आईफोन, मैक और अन्य उत्पादों से क्या-क्या संभव है।

एप्पल अगले साल मुंबई में एक और खुदरा स्टोर खोलने की योजना बना रही है। ट्रिगब ने कहा, ”हमारा भारत से संबंध पहले से कहीं अधिक गहरा है और कंपनी की खुदरा वृद्धि भारत में 25 वर्षों से अधिक समय से बने संबंधों को दर्शाती है।”

भाषा पाण्डेय प्रेम

प्रेम