नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महाराष्ट्र के आर्यन्स समूह की कंपनियों ने कहा है कि वे जल्द ही भारत में कई नए क्षेत्रों में प्रवेश करते हुए बड़ी मात्रा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) लाएंगी। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
दिल्ली में एक कारोबारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मनोहर मुकुंद जगताप ने कहा, “मुझे आर्यन्स समूह की कंपनियों की गतिविधियों और दृष्टिकोण को आपके साथ साझा करते हुए बहुत खुशी हो रही है। हम कई समकालीन कारोबारी क्षेत्रों में उतरने की योजना बना रहे हैं।”
जगताप ने बताया कि उन्होंने भारत में एफडीआई लाने के लिए इससे संबंधित नियमों से जुड़े विभिन्न संबंधित विभागों और एजेंसियों से मंजूरी प्राप्त करने के लिए लगभग एक दशक तक काम किया है।
उन्होंने कहा कि आर्यन्स समूह को जनवरी, 2023 में तब सफलता मिली, जब भारत में एफडीआई निवेश के संबंध में व्यापारिक प्रतिष्ठानों को अंतिम मंजूरी और अनुमोदन प्राप्त हुआ।
इस निवेश के साथ, आर्यन्स ग्रुप विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में गतिविधियां स्थापित करने की परिकल्पना कर रहा है। इन व्यावसायिक उपक्रमों से न केवल भारत, बल्कि विदेशों में भी विभिन्न क्षेत्रों के ग्राहकों की जरूरतों को पूरा किया जाएगा। इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
आर्यन्स समूह द्वारा आयोजित विशेष व्यावसायिक सभा में केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और सिंगापुर और ब्रिटेन के दूतावासों के प्रतिष्ठित राजनयिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
आर्यन्स ग्रुप हरित ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, आतिथ्य, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), मीडिया और मनोरंजन, ओएसएटी (आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एवं परीक्षण), कृत्रिम मेधा (एआई) एवं अन्य उद्यमों में सक्रिय है।
भाषा अनुराग अजय
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