(Bank News, Image Credit: Meta AI)
Bank News: इंडियन बैंक ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस रखने की बाध्यता को खत्म करने का निर्णय लिया है। बैंक ने आधिकारिक रुप से घोषणा किया है कि यह नया नियम 7 जुलाई 2025 से लागू होगा। इस सरकारी बैंक के इस फैसले का उद्देश्य ग्राहकों को बैंकिंग सुविधाएं और अधिक सरल, सुलभ के साथ किफायती बनाना है।
बैंक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा, ‘आपका पैसा, आपके नियम। अब कोई न्यूनतम बैलेंस नहीं, कोई जुर्माना नहीं।’ पोस्ट में बताया गया कि यह निर्णय वित्तीय समावेशन और पहुंच को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ी पहल है। उन्होंने आगे लिखा कि, ‘हम 7 जुलाई 2025 से सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस न रखने पर लगने वाले शुल्क को पूरी तरह से समाप्त कर रहे हैं।’
वहीं, बैंक का मानना है कि इस कदम से समाज के सभी वर्गों के लोग आसानी से बैंकिंग सेवाओं का लाभ ले सकेंगे और बैंकिंग उनके लिए एक बोझ नहीं बल्कि बेहतर सुविधा का माध्यम बनेगी। इंडियन बैंक ने यह भी साफ किया कि यह पहल ग्राहक-केंद्रित सोच का नतीजा है और बैंक अपने सभी ग्राहकों को बेहतर से बेहतर सेवा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) भी इसके पहले 1 जुलाई 2025 से अपने सेविंग अकाउंट ग्राहकों को यह सुविधा देना शुरू कर दिया है। पीएनबी ने कहा था कि अब न्यूनतम औसत शेष राशि (MAB) न रखने पर किसी तरह का चार्ज नहीं लिया जाएगा। PNB के एमडी और सीईओ ने कहा, ‘यह कदम समावेशी बैंकिंग की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और इससे ग्राहकों पर आर्थिक बोझ कम होगा।’