जीएसटी दरों में कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा, कीमतों पर सरकार की नजर: सीतारमण

जीएसटी दरों में कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा, कीमतों पर सरकार की नजर: सीतारमण

जीएसटी दरों में कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंच रहा, कीमतों पर सरकार की नजर: सीतारमण
Modified Date: October 18, 2025 / 08:55 pm IST
Published Date: October 18, 2025 8:55 pm IST

नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि जीएसटी सुधारों का लाभ कम कीमतों के रूप में उपभोक्ताओं को मिल रहा है।

जीएसटी बचत उत्सव पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार 22 सितंबर को जीएसटी की कम दरें लागू होने के बाद से देश भर में 54 वस्तुओं की कीमतों पर नजर रख रही है।

सीतारमण ने कहा, ”जीएसटी दरों में कमी के चलते खरीदारी बढ़ी है। उपभोग में वृद्धि का सिलसिला जारी रहेगा।”

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उन्होंने आगे कहा, ”हमें भरोसा है कि ऐसी हर वस्तु पर कंपनियां उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचा रही हैं।”

उन्होंने बताया कि कुछ वस्तुओं के मामले में व्यवसायों ने जीएसटी दर कटौती से अधिक लाभ उपभोक्ताओं को दिया है।

सीतारमण ने कहा कि उपभोक्ता मामलों के विभाग को जीएसटी कटौती के अनुरूप कीमतों में कमी न करने से संबंधित 3,169 शिकायतें मिली हैं। इनमें से 3,075 शिकायतें केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के नोडल अधिकारियों को भेज दी गई हैं। विभाग ने 94 शिकायतों का समाधान किया है।

वित्त मंत्री ने कहा कि विभाग शिकायत पोर्टल पर एक सुविधा उपलब्ध कराएगा, ताकि शिकायतों को उन संबंधित क्षेत्रों के मुख्य आयुक्तों को भेजा जा सके जहां से शिकायतें मिली हैं।

इसी संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि जीएसटी सुधारों के कारण इस साल 20 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त इलेक्ट्रॉनिक्स बिक्री होने की उम्मीद है।

मंत्री ने कहा कि सभी खुदरा श्रृंखलाओं के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले नवरात्रि की तुलना में 20-25 प्रतिशत अधिक बिक्री हुई और 85 इंच के टीवी जैसी कई ऐसी श्रेणियां हैं जिनका स्टॉक पूरी तरह से बिक गया।

वैष्णव ने कहा, ”इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की बढ़ती मांग का सीधा असर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पर पड़ रहा है। इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण अब दोहरे अंकों की वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ रहा है। इस साल खपत में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होने की पूरी संभावना है, जिसका अर्थ है कि पिछले वर्ष की तुलना में 20 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त बिक्री होने की प्रबल संभावना है।”

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर भारत और अमेरिका के बीच बातचीत सौहार्दपूर्ण माहौल में आगे बढ़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत किसानों, मछुआरों और एमएसएमई के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

गोयल ने यह भी भरोसा जताया कि अमेरिकी शुल्क के कारण वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत के निर्यात में सकारात्मक वृद्धि होगी।

उन्होंने जीएसटी बचत उत्सव पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भारत के किसानों का, मछुआरों का, भारत के एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) क्षेत्र का, जब तक देश हितों को पूरी तरह से हम संभाल नहीं लेते, तब तक कोई समझौता नहीं हो सकता।’’

प्रस्तावित समझौते पर दोनों देशों के बीच बातचीत की प्रगति और इसके कब तक पूरा होने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में गोयल ने कहा, ‘‘बातचीत सौहार्दपूर्ण माहौल में चल रही है।’’

यह टिप्पणी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिका भारत के कृषि क्षेत्र में रियायतें चाह रहा है।

गोयल ने भरोसा जताया कि अमेरिकी शुल्क के कारण वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत के निर्यात में सकारात्मक वृद्धि होगी।

एक सवाल के जवाब में गोयल ने यह भी कहा कि जीएसटी में सुधार से अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी और वैश्विक चुनौतियों के प्रभाव से निपटने में मदद मिलेगी।

उन्होंने जीएसटी दरों में हाल में कटौती के लाभ का जिक्र करते हुए कहा, ‘जीएसटी की घोषणा होते ही निवेशकों को तुरंत एहसास हो गया कि यह एक बड़ा लाभ है। मांग में भारी वृद्धि होगी।’

यह पूछे जाने पर कि क्या कुछ ई-कॉमर्स कंपनियों ने जीएसटी कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंचाया है, मंत्री ने कहा कि आमतौर पर सभी कंपनियों ने लाभ पहुंचाया है और इसके अलावा उन्होंने नकद बोनस और छूट की भी घोषणा की है।

गोयल ने कहा, ‘लेकिन अगर किसी साइट या मंच ने लाभ नहीं पहुंचाया है… तो उपभोक्ता मामलों की शिकायत कर सकते हैं और उपभोक्ता मामलों का विभाग उस पर जरूरी कदम उठाएगा।’

भाषा रमण पाण्डेय पाण्डेय

पाण्डेय


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