नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) वित्तीय सेवा सचिव देवाशीष पांडा ने अवसंरचना एवं विकास के वित्तपोषण के लिए राष्ट्रीय बैंक (एनएबीएफआईडी) को देश में बुनियादी ढांचा क्षेत्र के वित्तपोषण के लिए पासा पलटने वाला करार दिया है। पांडा ने कहा कि नया विकास वित्त संस्थान (डीएफआई) अगले 4-5 माह में परिचालन में आ जाएगा।
इससे पहले दिन में संसद ने एनएबीएफआईडी विधेयक-2021 को पारित कर दिया।
पांडा ने टाइम्स नेटवर्क के भारत आर्थिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इस विधेयक के संसद के दोनों सदनों में पारित होने के बाद यह जल्द कानून बन जाएगा। यह एक सांविधिक निकाय होगा, जिसका गठन 4-5 माह में होगा। इसका पहले निदेशक मंडल गठित किया जाएगा। उसके बाद इसके मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और उप प्रबंध निदेशकों की नियुक्ति की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष स्तर के पद के लिए उपयुक्त व्यक्ति के चयन में कुछ समय लगेगा।
उन्होंने कहा कि इस पद पर नियुक्त किए जाने व्यक्ति के पास विश्वस्तरीय अनुभव होना चाहिए। साथ ही उसमें जोखिम लेने की क्षमता और वित्तपोषण के नए और नवोन्मेषी तरीकों की समझ होनी चाहिए।
पांडा ने कहा कि डीएफआई की स्थापना बुनियादी ढांचा क्षेत्र के वित्तपोषण के लिए की जा रही है। यह कैग, सीवीसी और सीबीआई के दायरे से बाहर होगा। इससे निर्णय प्रक्रिया तेज हो सकेगी।
इसके अलावा प्रस्तावित कानून के तहत 10 साल की कर छूट प्रदान की जाएगी, जिससे यह बुनियादी ढांचा क्षेत्र को दीर्घावधि का वित्तपोषण उचित दर पर उपलब्ध करा सकेगा।
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