ऊंचे आधार प्रभाव की वजह से एफएमसीजी क्षेत्र की वृद्धि और नीचे आएगी : रिपोर्ट

ऊंचे आधार प्रभाव की वजह से एफएमसीजी क्षेत्र की वृद्धि और नीचे आएगी : रिपोर्ट

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  • Publish Date - November 28, 2021 / 12:46 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:12 PM IST

नयी दिल्ली, 28 नवंबर (भाषा) रोजमर्रा के इस्तेमाल वाले उत्पादों (एफएमसीजी) के बाजार में ऊंचे आधार प्रभाव की वजह से अभी और ‘गिरावट’ देखने को मिलेगी। विशेषरूप से घरेलू खपत वाले क्षेत्रों में ऐसी स्थिति रहेगी। हालांकि, इसके बावजूद एफएमसीजी क्षेत्र के लिए एक अच्छी चीज यह देखने को मिल रही है कि कुछ श्रेणियों में पहुंच का दायरा कोविड-पूर्व के स्तर के ऊपर पहुंच चुका है। आंकड़ा विश्लेषण और बाजार आसूचना कंपनी कांतार की एक रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि एफएमसीजी क्षेत्र के लिए दिसंबर, 2020 की तिमाही 5.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सबसे बेहतर तिमाहियों में से रही है। इन ऊंचे आंकड़ों के आधार पर अगली तिमाही में वृद्धि और नीचे आने की आशंका है।

कांतार की नवंबर, 2021 के लिए एफएमसीजी पल्स रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘इस वजह से 2021 के अंत तक कुल वृद्धि (एमएटी) और कम होगी। एफएमसीजी उत्पादों की मात्रा के हिसाब से बिक्री और घटने का अनुमान है।

हालांकि, साथ ही कांतार ने कहा, ‘‘इसके बावजूद, हम मानते हैं कि यह काफी खराब स्थिति नहीं है। तथ्य यह है कि देश में कुछ समय से उपभोग की मजबूत प्रवृत्ति देखने को मिल रही है। सितंबर तिमाही में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 0.5 प्रतिशत की मामूली गिरावट आई। इसकी मुख्य वजह शहरी क्षेत्र है जहां इसमें 2.6 प्रतिशत का संकुचन दर्ज हुआ।’’

रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रामीण बाजार ने वृद्धि को बनाए रखा है, लेकिन वहां भी वृद्धि दर सिर्फ 1.5 प्रतिशत है। इससे सितंबर तिमाही में एफएमसीजी की वृद्धि मात्र 1.9 प्रतिशत रही, जो 2019 में महामारी पूर्व की औसतन 2.1 प्रतिशत की वृद्धि से कम है।

एमएटी पिछले 12 माह के दौरान बिक्री का कुल आंकड़ा होता है।

भाषा अजय अजय

अजय