मुंबई, पांच फरवरी (भाषा) वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) से इस साल 4.25-4.5 लाख और अगले छह वर्षों में 10 लाख नए रोजगार सृजित होने की उम्मीद है। इस क्षेत्र की 35 प्रतिशत कंपनियों का लक्ष्य 50-100 प्रतिशत कार्यबल विस्तार करने का है। बुधवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
वैश्विक प्रौद्योगिकी और डिजिटल प्रतिभा समाधान प्रदाता एनएलबी सर्विसेज की इंडिया जीसीसी ग्रोथ आउटलुक-2024 रिपोर्ट के अनुसार, भारत अपने विशाल कुशल कार्यबल और सहायक नीतियों के कारण शीर्ष जीसीसी गंतव्य के रूप में उभरा है।
रिपोर्ट कहती है कि देशभर में जीसीसी से अगले छह साल में 10 लाख नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है, जबकि कुल मिलाकर इस क्षेत्र में कैलेंडर वर्ष 2030 तक 33 लाख पेशेवरों को रोजगार देने की उम्मीद है।
बेंगलुरु, मुंबई, पुणे और चेन्नई में जीसीसी नए लोगों की मांग को बढ़ाने के लिए तैयार हैं। भविष्य के लिए तैयार कार्यबल के प्रति प्रतिबद्धता और अगली पीढ़ी के नवाचार के लिए युवाओं को तैयार करने के संकेत देते हुए, 42 प्रतिशत जीसीसी वर्ष 2030 तक 50 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि के साथ अपने कार्यबल को मजबूत करने की संभावना रखते हैं।
भाषा राजेश राजेश अजय
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